मंगलभावना समारोह का आयोजन

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मंगलभावना समारोह का आयोजन

शाहदरा, दिल्ली।
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथी सभा के तत्त्वावधान में मंगलभावना समारोह आयोजित हुआ। दो चरणों में आयोजित मंगलभावना कार्यक्रम में अनेकों वक्ताओं ने अपने भावों की प्रस्तुति दी। साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति ऋषि प्रधान एवं कृषि प्रधान रही है। कृषि परंपरा से शरीर संपोषित होता है एवं ऋषि परंपरा आत्मा को संपोषित करती है। आत्मा को संपोषित करने वाले साधु-संत चातुर्मास में एक स्थान पर रहकर अपनी साधना-आराधना करते हुए जनकल्याण के लिए भी अपने समय, श्रम व शक्ति का नियोजन करते हैं।
साध्वी डॉ0 सुधाप्रभा जी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव ने हमें शाहदरा क्षेत्र प्रदान किया। साध्वी अणिमाश्री जी ने एक महाश्रमण मॉल खोला वहाँ मॉल बड़ा जबरदस्त चला। इसलिए मुझे लगता है यह चातुर्मास ऐतिहासिक एवं सफलतम रहा। साध्वी कर्णिकाश्री जी ने कहा कि चातुर्मास में साध्वीश्री जी ने ज्ञान की गंगा प्रवाहित की, उसमें सभी अभिस्नात होकर आनंद की अनुभूति कर रहे हैं। साध्वी समत्वयशा जी व साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने अपने भावों की प्रस्तुति दी।
साध्वीश्री जी ने कहा कि हमने चातुर्मासिक प्रवेश रेणू दुधोड़िया के पखवाड़े के साथ किया और आज स्नेहलता सेठिया के चवदह एवं रेखा आंचलिया व चेतन बैद के अठाई तप के प्रत्याख्यान के साथ विहार कर रहे हैं। पाँच महीने तक तपस्या की झड़ी लगी रही। भारत सरकार के वैज्ञानिक मंत्रालय की सलाहकार डॉ0 कुसुम लुनिया, अणुविभा के महामंत्री भीखमचंद सुराणा, महासभा के आंचलिक प्रभारी मन्नालाल बैद, दिल्ली सभा के महामंत्री प्रमोद घोड़ावत, शाहदरा सभाध्यक्ष पन्नालाल बैद, निवर्तमान अध्यक्ष राजेंद्र सिंघी, तेममं पूर्वी दिल्ली की उपाध्यक्ष मंगला कुंडलिया, तेयुप दिल्ली के अध्यक्ष विकास चोरड़िया आदि अनेक सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण एवं अन्य गणमान्यजों ने साध्वीश्री जी के प्रति मंगलभावनाएँ अपने भाव व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन मंत्री सुरेश सेठिया ने किया।