महिला मंडल के विविध आयोजन
हैदराबाद
अभातेममं द्वारा निर्देशित तेममं, हैदराबाद के तत्त्वावधान में ‘माँ का दिशाबोध-बेटी की उड़ान’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। नमस्कार महामंत्र के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। अध्यक्षा कविता आच्छा ने कार्यशाला में पधारे हुए सभी प्रतिभागियों एवं सदस्यों को शुभकामनाएँ प्रेषित की। मुख्य वक्ता संगठन मंत्री हर्षलता दुधोड़िया ने माँ-बेटी के रिश्ते के बारे में समझाया। माँ अपनी बेटी की खास दोस्त, शुभचिंतक व अच्छी सलाहकार होती है। माँ-बेटी के रिश्ते की बुनियाद कुछ बदलाव कुछ परिवर्तन के द्वारा अनमोल बन जाती है। माँ एक गुरु नहीं, माँ एक दोस्त बन बेटी का रास्ता उजागर करे तो उसके पंखों को ऊँची उड़ान मिलती है।
उन्होंने बताया कि बदलते हुए माहौल में बेटी को कैसे समझे, समझाए, माँ-बेटी का रिश्ता, हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देते रहें, कठिन समय में माँ और बेटी सही सूझ-बूझ के साथ आगे बढ़ें। माँ बेटियों के द्वारा पूछे गए शंकाओं का समाधान दिया गया। सभी प्रतिभागियों व विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। अर्चना बोथरा-राजू देवी डागा को बेस्ट माँ-बेटी की जोड़ी के रूप में पुरस्कृत किया गया। रानी लाहोटी व निरुपा लाहोटी, एकता बेंगानी को भी पुरस्कृत किया गया।
सरोज लूनिया, रक्षिता सेठिया, एकता बैंगानी, अर्पणा लूनिया, रंजू देवी डागा, अर्चना बोथरा, रानी लाहोटी, निरुपा लाहोटी आदि बहनों ने माँ बेटी कार्यशाला में अपनी अच्छी प्रस्तुति दी। कई बहनों ने गीतिका, नाटिका एवं अपने वक्तव्य तथा कथा-कहानी आदि के द्वारा माँ-बेटी के रिश्तों को दर्शाया। आभार ज्ञापन मंत्री सुशीला मोदी ने किया। कार्यक्रम का संयोजन अर्चना बोथरा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की संयोजिका मधु मरोठी, तृप्ति लूनिया व अर्चना बोथरा रही। विशेष उपस्थिति पूर्व अध्यक्षा रीटा सुराणा, पूर्व अध्यक्षा अनिता गिरिया, सरिता डागा, संतोष गुजरानी, अल्पना लूनिया आदि बहनों की रही।