नव वर्ष पर मंगल पाठ के विविध आयोजन
तिरुवन्नामलाई
साध्वी डॉ0 गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में वृहद मंगलपाठ का आयोजन हुआ। साध्वी डॉ0 गवेषणाश्री जी ने कहा कि नए वर्ष का प्रवेश, नई उमंग, नई सोच, उल्लास के साथ करें। नए वर्ष में हमें सोचना है, मैं एक दिव्य आत्मा हूँ, आज का दिन मेरा दिन है। जीवन में कुछ कमियाँ हैं, उसको डिलीट करना है, अच्छाइयों को सेव करना है और जो अच्छा लगे तो उसे फॉरवर्ड कर दें। साध्वी मयंकप्रभा जी ने कहा कि हम सभी कह रहे हैं, नए वर्ष में नया संकल्प संजोना है, पर प्रश्नचिÐ है नया क्या है? वहीं महिना, वहीं तारीख, वहीं दिन फिर नया क्या है, सिर्फ पर्याय परिवर्तन हो रहा हैं। इसीलिए आवश्यकता है सिर्फ सोच को ही नया ना करें, जीवन में कुछ नया करें।
साध्वी दक्षप्रभा जी ने कविता प्रस्तुत की। साध्वी मेरूप्रभा जी ने अपनी सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। नए वर्ष की मंगलपाठ के साथ अनेक मंत्रोच्चार सुनाए गए। सभी को मंगलभावनाओं से भावित किया एवं सभी के प्रति मंगलमय, आरोग्यमय, कल्याणमय भावना प्रेषित की। कार्यक्रम का संचालन नैना सेठिया ने किया। स्वागत भाषण अरविंद सेठिया ने किया। तिरुपुर के सभा अध्यक्ष अनिल आंचलिया ने साध्वीश्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। उपासक श्रेणी पूर्व व्यवस्थापक विनोद बांठिया ने अपने विचार व्यक्त किए। उपासिका संतोष भाई आंचलिया ने गीतिका की प्रस्तुति दी। तमन्ना झाबक, बाल कवयित्री ने अपनी कविताओं की प्रस्तुति दी। गणेश गौरव ने आभार व्यक्त किया।