माँ का दिशाबोध-बेटी की उड़ान कार्यशाला का आयोजन
लाडनूं।
अभातेममं के निर्देशानुसार लाडनूं तेममं के तत्त्वावधान में ‘माँ का दिशाबोध-बेटी की उड़ान’ कार्यशाला का आयोजन साध्वी स्वस्तिकप्रभा जी के सान्निध्य में महिला मंडल भवन में रखा गया। साध्वी स्वस्तिकप्रभा जी के नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उपमंत्री राजश्री भूतोड़िया ने मंगलाचरण के रूप में माँ बेटी के रिश्ते पर आधारित कविता प्रस्तुत की। तत्पश्चात उपाध्यक्ष सुमन बैद ने स्वागत भाषण द्वारा सभी का स्वागत किया। साध्वी स्वस्तिकप्रभा जी ने शासनमाता को याद करते हुए एक कहानी के द्वारा माँ बेटी के रिश्ते को समझाया।
साध्वी नव्यप्रभा जी ने माँ बेटी के रिश्ते को एक अनोखा रिश्ता बताया। कार्यशाला की विशिष्ट अतिथि सुप्रिया कलेर उपखंड अधिकारी लाडनूं ने अपने भावों की अभिव्यक्ति में कहा कि मेरा पहला अवसर है महिला मंडल के कार्यक्रम में आने का और उन्होंने मुझे सम्मान दिया उसके लिए धन्यवाद। लाडनूं में स्थित जैन विश्व भारती की निर्देशक विजय जैन, विमल विद्या विहार सीनियर सैकंडरी विद्यालय की वाइस प्रिंसिपल चांद किरण शेखावत, तेममं कार्यसमिति सदस्य सुमन नाहटा, नीता नाहर, समता बोकड़िया एवं साक्षी कोचर ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी।
मंत्री राज कोचर ने माँ की शारीरिक रचना द्वारा कार्य बताते हुए रोचक प्रस्तुति दी। जैन विद्या प्रभारी, लाडनूं किरण बरमेचा को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए समण संस्कृति संकाय द्वारा प्रदत्त शील्ड प्रदान की गई। कार्यशाला का संचालन उपमंत्री राजश्री भूतोड़िया ने किया एवं आभार कोषाध्यक्ष हेमा मोदी ने किया। कार्यशाला में कन्या मंडल की कन्याओं की भी सहभागिता सराहनीय रही। कार्यशाला में लिखित प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिनके जज रहे जैन विश्व भारती निर्देशक विजय जैन एवं विमल विद्या विहार सीनियर सैकेंडरी विद्यालय की वाइस प्रिंसिपल चांद किरण शेखावत। 13 माँ-बेटियों की जोड़ी ने अपनी प्रस्तुति प्रदान की। सभी जोड़ियों को अलग-अलग नाम प्रदान किए गए। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रही (नानकी) श्वेता-भाग्यश्री बैंगाणी, द्वितीय स्थान पर (पीहू) अंजू-प्रीति बोकड़िया रही एवं तृतीय स्थान पर (राजकुमारी) ज्योति-भव्या कठोतिया रही।
अभातेममं के निर्देशानुसार तेरापंथ कन्या मंडल, लाडनूं द्वारा कला स्पर्श दिसंबर माह की कार्यशाला के अंतर्गत रोल मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, उसमें 7 कन्याओं ने भाग लिया। उसके पारितोषिक भी कार्यशाला में प्रदान किए गए। कार्यशाला में तेममं के पदाधिकारीगण, कार्यसमिति सदस्य, अन्य सदस्य, कन्या मंडल की प्रभारी एवं कन्या मंडल की कन्याओं की उपस्थिति रही।