स्वस्थ, सुखी संग्रहित एवं संस्कारी परिवार का निर्माण प्रत्येक महिला की पहली जिम्मेदारी

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स्वस्थ, सुखी संग्रहित एवं संस्कारी परिवार का निर्माण प्रत्येक महिला की पहली जिम्मेदारी

छोटी खाटू।
साध्वी संघप्रभा जी के सान्निध्य में परिवार संचालन कार्यशाला जिसका विषयµ‘मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी’ अभातेममं के निर्देशन में एवं स्थानीय तेममं द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मंगलाचरण किरण देवी धारीवाल द्वारा सुमधुर गीतिका से किया गया। साध्वी संघप्रभा जी ने कहा कि जो स्वयं के प्रति जिम्मेदार नहीं होता वह कभी भी परिवार के प्रति भी सही ढंग से जिम्मेदारी नहीं निभा सकता। एक महिला के लिए सर्वप्रथम इस चिंतन की आवश्यकता है कि वह कैसे परिवार को स्वस्थ, स्वावलंबी, सुखी, समृद्ध संस्कार संपन्न व संगठित बनाए रख सकती है, अपेक्षा है हर महिला अपने समय व शक्ति का नियोजन कुशलतापूर्वक हर पीढ़ी को आगे बढ़ा सकती है।
साध्वी प्रांशुप्रभा जी ने कहा कि अनाग्रह, विनम्रता सहित आपसी प्रेम, कृतज्ञता, सेवा-भावना, सहयोग आदि गुणों से परिवार सुखी और संगठित रह सकता है। सुनीता देवी बेताला, स्तवना बेताला ने अपने वक्तव्य के द्वारा अपनी भाव अभिव्यक्ति दी। साध्वी प्राज्ञप्रभा जी ने सुमधुर गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन महिला मंडल की अध्यक्ष श्वेता भंडारी ने किया।