‘राजनीति का आकाश और अणुव्रत’ विषयक सांसद संगोष्ठी का आयोजन
समाज का चारित्रिक उन्नयन सांसदों की नैतिक जिम्मेदारी
नई दिल्ली।
नई दिल्ली के पुराने संसद भवन में अणुव्रत अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में अणुव्रत विश्व भारती सोसाइटी के तत्त्वावधान में अणुव्रत संसदीय मंच द्वारा ‘राजनीति का आकाश और अणुव्रत’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में हुआ। साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि संयम आत्मानुशासन से ही संभव है। आपने सांसदों का आह्वान किया कि जन प्रतिनिधियों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे स्वयं के साथ समाज में नैतिकता और चारित्रिक उन्नयन तथा नैतिकता को पुनर्जीवित करने का प्रयास करें तो बुराइयों, नैतिक ह्रास एवं पतन को रोका जा सकेगा। अणुव्रत गीत से साध्वी सुधाप्रभा जी, साध्वी समत्वयशा जी व समणी स्वर्णप्रज्ञा जी ने मंगलाचरण किया। अणुविभा के अध्यक्ष अविनाश नाहर ने अपने स्वागत भाषण में अणुविभा द्वारा संपादित किए जा रहे विभिन्न प्रकल्पों को सांसदों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए उनसे सक्रिय सहयोग की
अपेक्षा की। आपने जीवन विज्ञान के माध्यम से भावी पीढ़ी के नैतिक उत्थान हेतु सांसदों को प्रेरित किया, जिसके लिए सभी सांसदों ने पूर्ण सहयोग की भावना व्यक्त की। केंद्रीय कानून, संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री एवं अणुव्रत संसदीय मंच के संयोजक अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि अणुव्रत अनुशास्ता महान संत आचार्यश्री तुलसी ने अपनी दूरदर्शी सोच से वर्षों पूर्व स्वयं द्वारा प्रवर्तित अणुव्रत आंदोलन के माध्यम से न केवल नेताओं बल्कि आम व्यक्ति के लिए सटीक आचार संहिता बना दी थी, जो कि आज भी सर्वाधिक प्रासंगिक है, यह सुखद संयोग ही है कि देश की आजादी के साथ ही यह वर्ष अणुव्रत का भी अमृत काल वर्ष है।
इस अवसर पर इंदौर के सांसद शंकरलाल लालवानी, जम्मू-कश्मीर के जुगल किशोर, वडोदरा की रंजना भट्ट, जयपुर के राम चरण बोहरा, सिरसा की सुनीता दुग्गल, मेरठ के राजेंद्र अग्रवाल, कर्नाटक के लहर सिंह सिरोया, महसाना की शांता बहन आदि ने अणुव्रत संसदीय मंच की सराहना करते हए संयम, अपरिग्रह, नैतिकता, सत्य, अहिंसा के मूल मंत्रों को अंगीकार करने के साथ ही युवा पीढ़ी में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए सामूहिक प्रयासों पर बल दिया। संगोष्ठी में अनेकों सांसदों के साथ अणुव्रत समिति, दिल्ली एवं तेरापंथ सभा, दिल्ली के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अणुविभा की संगठन मंत्री डॉ0 कुसुम लुनिया ने किया। आभार ज्ञापन अणुविभा महामंत्री भीखम सुराणा ने किया।