सहन करो सफल बनो
अहमदाबाद।
प्रेक्षा फाउंडेशन के निर्देशन में प्रेक्षावाहिनी, शाहीबाग-अहमदाबाद व तेरापंथ सेवा समाज के संयुक्त प्रयास से तेरापंथ भवन में प्रेक्षाध्यान के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शासनश्री साध्वी सरस्वती जी के मंगलपाठ से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। साध्वी तरुणप्रभा जी ने स्मरण शक्ति के साधक व बाधक तत्त्वों पर प्रकाश डाला। साध्वी परमार्थप्रभा जी ने तनाव के कारण व निवारण पर प्रकाश डालते हुए सकारात्मक व कलात्मक जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान की। साध्वी हेमरेखा जी ने जीवन में सफलता का राज विषय पर उद्बोधन दिया। ‘सहन करो-सफल बनो’ आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी के वाक्य को जीवन व्यवहार में उतारने की प्रेरणा प्रदान की।
प्रेक्षा प्रशिक्षक जवेरीलाल संकलेचा ने कहा कि प्रेक्षाध्यान, जीवन विज्ञान प्रेक्षा प्रणेता आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी का अनमोल वरदान है, जो आधि, व्याधि, उपाधि से मुक्त होने का राजमार्ग है। प्रेक्षाध्यान का प्रयोग नियमित करें तो समाधि व विकास का राजमार्ग प्रशस्त हो सकता है। स्मरणशक्ति विकास, तनाव प्रबंधन, जीवन में सफलता के राज पर प्रकाश डालते हुए प्रेक्षाध्यान का प्रयोग करवाए गए। तेरापंथ सेवा समाज के प्रधान ट्रस्टी सज्जनराज सिंघवी ने कहा कि प्रेक्षाध्यान व योग आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी का विश्व शांति व सद्भावना के लिए महान अवदान है। तेरापंथ सेवा समाज के ट्रस्टी मंत्री दिनेश बालर ने स्वागत
किया तथा योग व ध्यान प्रतिदिन करने की प्रेरणा दी। छितरमल मेहता, मीनाक्षी घीया, रेखा सुतरिया, रामेश्वर सुतरिया ने प्रेक्षा गीत का संगान किया। त्रिपदी वंदना प्रेक्षा प्रशिक्षक अनिता छाजेड़, श्वेता लुनिया, रंजना डांगी ने करवाई। मंगलभावना व संकल्प प्रेक्षा प्रशिक्षक सुषमा मरोठी, हेमलता परमार, पिस्ता छाजेड़ ने करवाई। प्रेक्षा प्रशिक्षक धर्मेन्द्र कोठारी, विमल बाफना, रूपल पंडिया ने श्वास के सम्यक् प्रयोग करवाए। नेहरू युवा केंद्र के लगभग 225 साधक-साधिकाओं ने उत्साह से भाग लिया व कार्यक्रम से प्रभावित होकर प्रतिदिन 15 मिनट प्रेक्षाध्यान व योग करने का संकल्प किया। कार्यक्रम का संयोजन व संचालन जवेरीलाल संकलेचा ने किया।