ज्ञानशाला स्थापना दिवस
उदासर
ज्ञानशाला दिवस का समायोजन साध्वी कनकरेखा जी के सान्निध्य में संपन्न हुआ। तेरापंथी सभा के निर्देशन में ज्ञानशाला संचालन बड़े ही सुचारु रूप से चल रहा हैं कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञानशाला ज्ञानार्थी के मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण खुशबू, सौम्या मुणोत ने दिया।
साध्वी कनकरेखा जी ने कहा कि ज्ञानशाला जीवन निर्माण की प्रयोगशाला है। यहाँ बेस्ट लाइफ के टिप्स दिए जाते हैं। पे्रक्टिकल प्रयोग के द्वारा बालक अपने उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर लेता है।
तेरापंथी सभा के अध्यक्ष तिलोकचंद मुणोत, स्थानीय अणुव्रत समिति अध्यक्ष सुरेंद्र चौपड़ा बच्चों के उत्साहवर्धन के साथ उपस्थित थे। सभा मंत्री ने
संजु रामपुरिया ने ज्ञानशाला गतिविधियों के साथ
अपने विचार रखे। ज्ञानशाला के नन्हे-मुन्ने कलाकारों ने स्वर एक्शन के साथ रंग-रंगीली प्रस्तुति देकर परिषद को भाव-विभोर कर दिया। श्रीडूंगरगढ़ से किशनलाल घीया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए सहयोग
राशि भेंट की। सुरेंद्र चोरड़िया ने अपनी ओर से
बच्चों को पुरस्कार प्रदान किया। ज्ञानशाला प्रशिक्षिका रीतिका, चांदनी डागा, निहारिका सेठिया, धारा-भूमि रामपुरिया, भारती मुणोत ने कार्यक्रम का संचालन एवं सहयोग में जागरूकता दिखाई। प्रशिक्षिकाओं को भी पुरस्कृत किया गया।