प्रेक्षाध्यान कार्यशाला
बालोतरा
साध्वी काव्यलता जी ने प्रेक्षाध्यान कार्यशाला को शुभारंभ करते हुए कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ जी का दुनिया को बहुत बड़ा अवदान दिया। प्रेक्षाध्यान आत्म साक्षात्कार का सुंदर प्रयोग है। ध्यान तनाव मुक्ति की औषधि है। साध्वी सुरभिप्रभा जी ने आत्मसाक्षात्कार प्रेक्षाध्यान के द्वारा मधुर गीत का सगान किया। साध्वी ज्योतियशा जी ने प्रेक्षाध्यान की पूर्व भूमिका प्रस्तुत की।
कार्यशाला में सभा अध्यक्ष रतनलाल सुराणा, तेयुप सहमंत्री नीरज सुराणा ने अपने विचार व्यक्त किए। जैन समाज के नवीन उज्ज्वल, विनोद, राजेंद्र महावीर, संतोष बाई, पुष्पाबाई, सुशीला बाई, इंदु जैन आदि ने कार्यशाला की प्रशंसा की।