तेरापंथ महिला मंडल के विविध आयोजन
हैदराबाद
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशित स्वस्थ परिवार स्वस्थ समाज के अंतर्गत ‘नाजुक सा रिश्ता ननद-भाभी का’ कार्यशाला तेरापंथ महिला मंडल हैदराबाद के तत्वावधान में मृगावती जॉन शिवरामपल्ली स्थित सुषमा कुंडलिया के आवास पर कार्यशाला रखी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ सम्पत नाहटा ने नमस्कार महामंत्र द्वारा किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में उपस्थित संभागियो को पांच मिनट मैत्री की अनुप्रेक्षा का प्रयोग करवाया गया। राजश्री श्यामसुखा द्वारा मंगलाचरण किया गया।
अध्यक्ष कविता आच्छा द्वारा स्वागत भाषण के साथ मंडल की गतिविधियों की जानकारी दी गई। जोन की बहिनों द्वारा अध्यक्ष, मंत्री एवं मुख्य वक्ता का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में ननद भाभी की सात जोड़ियों ने भाग लिया। सभी की प्रस्तुतियाँ बहुत ही रोचक, मजेदार, ननद-भाभी की खट्टी-मिट्ठी नोंक-झोंक व मिठास से भरपूर थी। मुख्य वक्ता मनीषा सुराणा ने कहा- ये रिश्ते बड़े अनमोल होते हैं इनको बेकार न जाने दें।
हंसी-मजाक से भरा ननद-भाभी का रिश्ता बहुत कुछ बताता है। यह हर अच्छे बुरे दौर में एक दूजे के साथ खड़े रहना सिखाता है। ननद-भाभी के रिश्ते को मजबूत करने के लिए दोनों को साथ समय बिताना, दोस्ती का भाव रखना, वाणी का संयम करना, चुगली से बचना आदि अनेक बिंदुओं के बारे में समझाया गया। मृगावती जॉन की बहिनों ने सुंदर गीतिका प्रस्तुति की।
मंत्री सुशीला मोदी व प्रभा दुगड़ ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। सरिता डागा ने मुख्य वक्ता का परिचय दिया। कार्यक्रम का संचालन शिल्पा सुराणा ने किया। आज की कार्यशाला की संयोजिका शिल्पा सुराणा, सुषमा कुंडलिया एवं मंजू भंसाली रहीं। प्रस्तुति एवं प्रतियोगिता के आधार पर प्रथम स्थान पर रंजू जैन एवं द्वितीय स्थान पर संगीता बारमेचा रही। सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार दिए गए। मृगावती जॉन व दीपानंदन ज़ॉन ने बहुत ही सुंदर ढंग से रिश्ते अनमोल धरोहर कार्यशाला को सुव्यवस्थित रूप दिया। कार्यक्रम में लगभग ७० बहिनों ने इस कार्यशाला में अपनी सहभागिता दर्ज करवाई। आभार ज्ञापन कुसुम सिपानी ने किया।