महाप्रज्ञ सभागार में अणुव्रत काव्यधारा का हुआ सफल आयोजन
जयपुर।
अणुव्रत अमृत महोत्सव के संदर्भ में अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर निर्देशित अणुव्रत काव्यधारा कार्यक्रम 'शासन गौरव' बहुश्रुत साध्वी कनकश्रीजी के सान्निध्य में अणुविभा जयपुर केन्द्र के महाप्रज्ञ सभागार में आयोजित किया गया। काव्यधारा का शुभारंभ तेरापंथ महिला मंडल जयपुर एवं तेरापंथ महिला मंडल सी स्कीम की बहिनों द्वारा प्रस्तुत अणुव्रत गीत के मंगल संगान से हुआ। कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवि डॉ. क्षिप्रा नत्थानी, सोनू यशराज, अणुव्रत लेखक पुरस्कार से सम्मानित योगाचार्य डॉ. नरेंद्र शर्मा ‘कुसुम’ एवं इकराम राजस्थानी की भी उपिस्थित रही। कार्यक्रम में जसबीर सिंह, पूर्व अध्यक्ष, अल्पसंख्यक आयोग, राजस्थान सरकार, तेरापंथी सभा के अध्यक्ष हिम्मत डोसी, अणुविभा जयपुर न्यास के अध्यक्ष एवं जय तुलसी फाऊंडेशन के प्रधान न्यासी पन्नालाल बैद, अणुव्रत समिति जयपुर के पदाधिकारीगण एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। अणुव्रत समिति जयपुर के अध्यक्ष विमल गोलछा ने समागत कवियों एवं अतिथिजनों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया तथा अणुव्रत आचार संहिता का वाचन किया। अणुव्रत अमृत महोत्सव वर्ष के दौरान स्थानीय अणुव्रत समिति द्वारा किए गए विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गई।
कार्यक्रम में कवियत्री सोनू यशराज ने कविता के माध्यम से मानवीय एकता की बात कही। साध्वी समितिप्रभा जी ने साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा जी की रचना पर काव्य पाठ किया। योगाचार्य डॉ. नरेंद्र शर्मा ‘कुसुम’ ने चुनाव शुद्धि विषय पर काव्य पाठ कर आह्लादित किया। साध्वी संस्कृतिप्रभा जी ने व्यसनमुक्त जीवन पर अपनी कविता प्रस्तुत की।
प्रसिद्ध कवि इकराम राजस्थानी ने अणुव्रत पर एक से एक बढ़कर मुक्तक सुनाए। शासन गौरव बहुश्रुत साध्वी कनकश्री जी ने अपने उद्बोधन में सभी कवियों द्वारा प्रवाहित काव्यधारा की अनुशंसा करते हुए अणुव्रत की वर्तमान जीवन में प्रासंगिकता को समझाया। उन्होंने कहा- अणुव्रत व्यक्ति की दायित्व चेतना, विवेक बुद्धि एवं नियंत्रण की शक्ति जगाता है। अणुव्रत के बिना लाइट और ब्रेक विहीन समाज की गाड़ी का भविष्य क्या होगा? कार्यक्रम का सफल संयोजन समिति मंत्री डॉ. जयश्री सिद्ध एवं सौरभ जैन ने किया। अणुव्रत समिति के कार्यसमिति सदस्य सुरेश बरड़िया ने आभार ज्ञापन किया।