ज्ञानशाला, अणुव्रत समिति एवं कार्यकर्ताओं ने पाया िसंचन
साध्वी अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में अणुव्रत समिति नोएडा के तत्वावधान में बोथरा भवन के प्रांगण में कार्यकर्त्ता प्रशिक्षण कार्यशाला, अणुव्रत समिति का शपथ-ग्रहण एवं ज्ञानशाला के नए सत्र का शुभारंभ, एक साथ त्रिआयामी कार्यक्रम आयोजित हुए। साध्वीश्री अणिमाश्रीजी ने अपने उद्बोधन में कहा- आज एक साथ तीन कार्यक्रम संयोजित हुए हैं। ज्ञानशाला गुरुदेव श्री तुलसी की महत्वपूर्ण देन है। यह ज्ञानशाला संस्कारों की शाला है। ज्ञानशाला से अर्जित संस्कार शुभ भविष्य का निर्माण करते हैं।
ज्ञानशाला के माध्यम से प्रशिक्षिकाएं नई पौध को सिंचन देने का सराहनीय श्रम कर रही है। यह पौध एक दिन विशाल शतशाखी बनकर समाज को शीतल छाया प्रदान करेंगे। नोएडा ज्ञानशाला नम्बर वन बनकर गण-गौरव की अभिवृद्धि करे, ऐसी मंगलकामना कर रही हूं। साध्वीश्री ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा- कार्यकर्त्ता संघ संगठन का सुयोग्य सेवक होता है। सामान्यतः काम करने वाला हर व्यक्ति कार्यकर्त्ता हो सकता है किन्तु वास्तव में कार्यकर्त्ता वह होता है, जो स्वार्थ से ऊपर उठकर परार्थ एवं परमार्थ पथ का पथिक बनकर समाज के लिए काम करता है। कार्यकर्त्ता वह होता है, जो श्रद्धाशील हो, चिन्तनशील हो, श्रमशील हो, सहनशील हो एवं चरित्रशील हो।
साध्वीश्री ने नवगठित अणुव्रत समिति के भीतर उत्साह का संचार करते हुए कहा गुरुदेव तुलसी का एक महत्वपूर्ण अवदान है- अणुव्रत। अणुव्रत इंसान को इंसान बनाने की कला सिखाता है। गुरुदेव तुलसी का एक सपना था कि हर व्यक्ति गुडमैन बने। अणुव्रत समिति गुरुदेव श्री तुलसी के स्वप्न को साकार करने का प्रयत्न कर रही है। अणुव्रत समिति नोएडा का गठन हुआ है। डॉ. आरती कोचर ने समिति की कमान संभाली है, सुघड़ टीम का गठन किया है। टीम के सहयोग से नए कीर्तिमान स्थापित करे। डॉ. साध्वी सुधाप्रभाजी ने मंच का कुशल संचालन करते हुए कहा जो व्यक्ति अपने मस्तिष्क में नकारात्मक विचारों का कचरा डालता है उसका मस्तिष्क कचरे का डिब्बा बन जाता है। कार्यकर्त्ता अपने मस्तिष्क को कचरे का डिब्बा न बनाए बल्कि शीतल जल का झरना बनाएं।
अणुविभा की संगठन मंत्री डॉ. कुसुम लुणिया ने नवचयनित डॉ. आरती कोचर को अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई एवं उनके एवं उनकी टीम के प्रति शुभकामना संप्रेषित की। अणुव्रत समिति की अध्यक्ष आरती कोचर ने अपनी नवगठित टीम की घोषणा की एवं साध्वीवृन्द के सान्निध्य में शपथ दिलाई। दिल्ली अणुव्रत समिति के अध्यक्ष मनोज बरमेचा, नोएडा सभाध्यक्ष रणधीर बैद, जीतो नार्थ जॉन के चेयरमैन बजरंग बोथरा आदि पदाधिकारियों ने अपने भावों की प्रस्तुति दी। ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं एवं ज्ञानार्थियों ने मंगल संगान किया। धृति व रियांस सुराणा ने चार गति पर सुन्दर एवं मार्मिक प्रस्तुति दी। आभार ज्ञापन कविता लोढ़ा ने किया।