पत्रकार वार्ता में गूंजे संस्कारों को पल्लवित करने के स्वर
साध्वी अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में बोथरा निवास, नोएडा में 'हमारे संस्कार, हमारी संस्कृति' विषय पर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अनेक पत्रों के पत्रकार बंधु उपस्थित हुए। साध्वी अणिमाश्री जी ने परिषद को सम्बोधित करते हुए कहा- हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें भारतीय संस्कृति में पल्लवित व पुष्पित होने का गौरव प्राप्त हुआ है। एक समय था जब भारत को ‘सोने की चिड़िया’ कहा जाता था, भारत को विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त था। आज हमें चिन्तन करना है कि हम ह्रासोन्मुख हैं या विकासोन्मुख। संस्कार को ताक पर रखकर होने वाला विकास जिन्दगी को सुकून नहीं दे सकता। जरूरत है हम अपने संस्कारों को सुरक्षित रखें। साध्वीश्री ने आगे कहा- आज व्यक्ति आगे बढ़ने की होड़ में अपनी संस्कृति को नजर अन्दाज करके पश्चिमी संस्कृति को अपना रहा है। आज खुले आम मद्यपान चल रहा है, यह नशा नाश का द्वार है, विनाश का, तबाही का मंजर है। समय रहते सचेत व सावधान बनें और अपने परिवार, समाज व देश के भविष्य को शानदार बनाने में योगभूत बनें। साध्वीश्री ने पत्रकारों के प्रश्नों का समुचित समाधान किया। साध्वी डॉ. सुधाप्रभाजी ने पत्रकारों के कर्तृत्व को व्याख्यायित करते हुए उनकी सेवा को सराहनीय बताया एवं आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी। साध्वी मैत्रीप्रभाजी एवं साध्वी समत्वयशाजी ने अपने भावों की गीत एवं वक्तव्य के द्वारा अभिव्यक्ति दी। विकास जैन ने सभी पत्रकारों का परिचय प्रस्तुत करते हुए उनका स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। सभाध्यक्ष रणधीर बैद, महासभा संरक्षक बजरंग बोथरा, दिल्ली सभा उपाध्यक्ष लक्ष्मीपत बोथरा ने आगन्तुक पत्रकारों का साहित्य द्वारा सम्मान किया। इस कार्यक्रम को संचालित करने में श्री विकास जैन का श्रम मुखर हुआ।