
नारी िवकास का पर्याय साध्वी प्रमुखा कनकप्रभाजी
अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं अहमदाबाद के तत्वावधान में साध्वीप्रमुखा कनकप्रभाजी की द्वितीय वार्षिक पुण्यतिथि के अवसर पर जाप का कार्यक्रम विभिन्न स्थानों पर मुनि मुनिसुव्रत कुमार जी, मुनि मदन कुमार जी, 'शासनश्री' साध्वी रामकुमारी जी, 'शासनश्री' साध्वी सरस्वती जी के सानिध्य में संपादित किया गया। महिला मंडल की बहिनों ने सुमधुर स्वर में मंगलाचरण कर शासनमाता साध्वीप्रमुखा कनकप्रभाजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। साध्वी तरुणप्रभा जी, साध्वी परमार्थप्रभाजी, समणी जिनप्रज्ञाजी एवं समणी शांति प्रज्ञा जी ने शासनमाता के प्रति अपने उद्गार व्यक्त किए। इस अवसर पर 'शासनश्री' साध्वी सरस्वती जी ने कहा कि साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा जी ने तेरापंथ धर्म संघ और नारी विकास के लिए बहुत काम किया। उन्होंने साहित्य का निर्माण कर समाज को नयी प्रेरणा प्रदान की। नारियों को कुप्रथा के भंवर से निकालकर समाज के क्षेत्र में आगे लाने का अथक प्रयास किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी संवेगप्रभाजी जी ने किया। इस अवसर पर भाई-बहिनों ने एकासन, उपवास, जमीकंद त्याग, विगय वर्जन, रात्रि भोजन त्याग आदि प्रत्याख्यान किए। लगभग 570 भाई-बहनों ने जप अनुष्ठान में भाग लिया।