आध्यात्मिक होली के विविध आयोजन
साध्वी रतिप्रभा जी के सान्निध्य में तेरापंथ महिला मंडल एवं ज्ञानशाला जसोल द्वारा रंगों का त्योहार होली और शासनमाता साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा जी की दूसरी पुण्य तिथि के कार्यक्रम का आयोजन दो चरण में किया गया। साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। महिला मंडल ने गीत के माध्यम से शासनमाता को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। साध्वी मनोज्ञयशा, साध्वी पावनयशा ने गीत के माध्यम से शासनमाता को श्रद्धांजलि अर्पित की। साध्वी रतिप्रभा जी ने होलिका दहन की कहानी के माध्यम से बताया कि बुराई का अंत होता है और अच्छाई की जीत। चतुर्दशी के उपलक्ष में साध्वी श्री द्वारा हाजरी वाचन भी किया गया।
दूसरे चरण में महिला मंडल द्वारा सामूहिक त्रिपदी वंदना के पश्चात प्रेरणा गीत का मंगल संगान किया गया। ‘ॐ ह्लीं श्री क्लीं शासनमात्रै नमः’ का सामूहिक जप किया गया। उपासिका मोहनी देवी संकलेचा, पुष्पादेवी बुरड़, ममता मेहता द्वारा मुक्तक, गीत, भाषण के माध्यम से शासनमाता कनकप्रभा जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये गए। साध्वी मनोज्ञयशा जी एवं साध्वी पावनयशाजी ने अपने संस्मरणों के माध्यम से शासनमाता के वात्सल्य भाव एवं शिक्षण विधि को चित्रित किया। साध्वीश्री की प्रेरणा से कई बहनों ने दस प्रत्याख्यान किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कंचन देवी ढेलड़िया ने आभार ज्ञापन मंत्री अरुणा डोसी ने किया।