व्यक्तित्व विकास कार्यशाला में सीखे संतुलित एवं सुखी जीवन के गुर
संतुलित जीवन, सुखी जीवन का सफल आयोजन युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासनश्री' साध्वी सरस्वती जी आदि ठाणा-5 के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, शाहीबाग, अहमदाबाद में हुआ। कार्यशाला की शुभ शुरुआत साध्वीश्री के द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुई। स्वागत वक्तव्य में तेयुप अध्यक्ष कपिल पोखरना ने उपस्थित संभागियों को संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा दी। साध्वी संवेगप्रभा जी ने भगवान महावीर के सूत्रों पर आधारित संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा दी।
'शासनश्री' साध्वी सरस्वती जी ने दु:ख और प्रमाद को छोड़कर आगमों में वर्णित सिद्धांतों पर आधारित संतोषी जीवन जीने की प्रेरणा दी। कार्यशाला में वक्ता अनिला सेठीया ने वर्क लाइफ बैलेंस के सिद्धांत को विस्तृत और प्रायोगिक तरीकों से समझाया। संभागियों से व्हील ऑफ लाइफ की प्रायोगिक अभ्यास करवाकर संभागियों को पर्सनल एवं प्रॉफेश्नल जीवन के संतुलन बनाने के गुण सिखाये। आपने कहा कि अपनी प्राथमिकता तय कर जीवन जीने की कला ही संतुलित जीवन, सुखी जीवन है।
कार्यशाला के संयुक्त वक्ता ललित बेगवानी ने पारिवारिक और सामाजिक जीवन के कार्यों को प्राथमिकता अनुरूप संतुलन बिठा कर सुखी जीवन जीने के सिद्धांतों के बारें में बताया। आपने बताया जब इंसान की लालसा बढ़ती जाती है और वह कुछ पाने के लिए परिवार को अनदेखा करने लग जाता है तब उसके जीवन का संतुलन बिगड़ने लग जाता है और धीरे-धीरे निराशा की तरफ बढ़ने लगता है। कार्यशाला में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा अहमदाबाद के अध्यक्ष कांतिलाल चोरडिया, मंत्री विकास पितलिया, अभातेयुप सदस्य पंकज डांगी, तेयुप अहमदाबाद पदाधिकारी गण, सीपीएस नेशनल ट्रेनर महावीर भटेवरा एवं समाज के गण-मान्य व्यक्तियों की गरिमामय उपस्थिति रही।
कार्यशाला में करीब 80 संभागियों ने भाग लिया। सभी ने अभातेयुप की इस कार्यशाला की सराहना की और तेयुप अहमदाबाद को निरंतर ऐसे कार्यशालाएं लगाने के लिए निवेदन किया। कार्यशाला का कुशल संचालन संयोजक विशाल पींचा ने एवं आभार ज्ञापन जिकेश भरसारिया ने किया। कार्यशाला को सफल बनाने में संयोजक एवं टीम तेयुप अहमदाबाद का विशेष श्रम रहा।