भगवान महावीर जन्म कल्याणक दिवस पर िवभिन्न कार्यक्रम
तेरापंथ भवन में 'शासनश्री' साध्वी ललितप्रभा जी ठाणा- 3 के सान्निध्य में भगवान महावीर की जन्म जयंती बड़े उल्लास व उत्साह के साथ मनाई गयी। साध्वीश्री ने कहा कि बीज से वटवृक्ष बनने वाली उर्ध्वारोही चेतना का नाम है भगवान महावीर। अज्ञात से ज्ञात की यात्रा में शिखर स्पर्श करने वाली पवित्र चेतना का नाम है भगवान महावीर। भगवान महावीर का अवतरण अहिंसा का अवतरण है। भगवान महावीर का अवतार अपरिग्रह समता का अवतार है। इसके साथ ही साध्वीश्री ने भगवान महावीर के करुणा प्रदर्शित करने वाले घटना प्रसंग का उल्लेख किया। साध्वी अमितश्री जी ने कहा- आयतुले पयासु अर्थात् सब जीवों को आत्मतुल्य समझें। कार्यक्रम का शुभारम्भ साध्वीश्री जी के नमस्कार महामंत्रोच्चार द्वारा हुआ। ज्ञानशाला के कार्यकर्ताओं व प्रशिक्षिकाओं द्वारा मंगलाचरण किया गया।
ज्ञानशाला ज्ञानार्थियों द्वारा अहिंसा व अनेकांत दर्शन पर बहुत ही रोचक नाट्य प्रस्तुति दी गयी। कन्या मण्डल ने एक्शन गीत के माध्यम से अभ्यर्थना की। महिला मण्डल द्वारा सचित्र कव्वाली से भगवान के जीवन दर्शन को प्रस्तुत किया गया। मध्य दिल्ली महिला मण्डल की उपाध्यक्षा कनक चौपड़ा, सभा की ओर से प्रवीण गोलछा, दिल्ली सभा की ओर से पवन चौपड़ा ते.यु.प. दिल्ली के उपाध्यक्ष सौरभ आंचलिया ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन साध्वी कर्तव्ययशा जी ने किया। कार्यक्रम के पश्चात् भाई बहिनों ने बड़े उत्साह के साथ भक्ति संध्या की प्रस्तुति दी ।