आंचलिक कार्यशाला ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ का आयोजन

संस्थाएं

आंचलिक कार्यशाला ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ का आयोजन

अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में तेरापंथ महिला मंडल, उधना द्वारा दक्षिण गुजरात स्तरीय आंचलिक कार्यशाला ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ का आयोजन बहुश्रुत परिषद् सदस्य मुनि उदितकुमार जी के मंगल सान्निध्य में एवं अभातेममं राष्ट्रीय अध्यक्ष सरिता डागा की अध्यक्षता में तेरापंथ भवन में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व महापौर - सूरत शहर हेमाली बोधवाला एवं मुख्य वक्ता के रूप में मोटिवेशनल स्पीकर एवं लाइफ कोच प्रज्ञा दुगड़ की उपस्थिति रही। सर्व प्रथम मुनिश्री के नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
महिला मंडल की बहनों द्वारा प्रेरणा गीत से मंगलाचरण का संगान किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष सरिता डागा की अध्यक्षता में कार्यशाला के लोगो का अनावरण किया गया। महिला मंडल उधना अध्यक्षा सोनू बाफना द्वारा स्वागत वक्तव्य दिया गया। पूर्व अध्यक्षा पुष्पा बैद द्वारा साध्वी प्रमुखाश्री जी का संदेश वाचन किया गया। मुख्य अतिथि हेमाली जी बोधवाला ने वक्त्तव्य देते हुए कहा कि पारिवारिक एकता और सामंजस्य व्यक्ति को आगे बढ़ने में सहायक बनते हैं। स्थानीय सभा मंत्री सुरेश चपलोत एवं तेयुप अध्यक्ष हेमंत डांगी द्वारा शुभकामनाएं दी गई। कार्यशाला गीत का संगान महिला मंडल की पदाधिकारी एवम कार्यकारिणी बहनों द्वारा किया गया। गुजरात प्रभारी श्रेया बाफना एवम ट्रस्टी कनक बरमेचा ने अपना वक्तव्य दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष सरिता डागा ने कार्यशाला विषय पर वक्तव्य देते हुए कहा कि महिलाओं को परिवार को प्राथमिकता देते हुए सामाजिक जिम्मेदारियों को भी निभाना चाहिए। परिवार की जिम्मेदारियों निभाते हुए, स्वयं का विकास भी करना चाहिए ।
मुनि ज्योतिर्मय कुमारजी ने अपने वक्तव्य में कहा की परिवार में छोटे को बड़े की बात सुननी चाहिए अगर छोटे, बड़े की आज्ञा का पालन करेंगे तो परिवार में परस्पर एकता का माहौल रहेगा। मुनि उदित कुमार जी ने अपने उद्बोधन में कहा- परिवार से जुड़ा हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से समझता है, अंतर केवल इतना सा होता है कि उस जिम्मेदारी का निर्वहन उचित रूप में नहीं कर पाता। समन्वय एवं स्वार्थ त्याग से ही परिवार में समरसता रह सकती है। मुनिश्री ने पारिवारिक जिम्मेदारी के निर्वहन के संदर्भ में मार्गदर्शन प्रदान किया। तत्पश्चात कन्या मंडल की बेटियों द्वारा विषय पर एक रोचक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रज्ञा दुगड़ द्वारा बहुत ही प्रेरणादायी वक्तव्य दिया गया। कार्यक्रम के दूसरे चरण में अभातेममं सहमंत्री निधि सेखानी द्वारा जागरूकता अभियान फॉर्म की विशेष जानकारी एवं प्रेरणा दी गई।
कार्यशाला में संभागी सभी क्षेत्र के साथ समीक्षा एवं समाधान का सत्र रहा। संभागी क्षेत्रों की टीम को अभातेममं द्वारा संभागी प्रमाण पत्र दिए गए। कार्यशाला में दक्षिण गुजरात के आसपास के क्षेत्र उधना, सूरत, पर्वत पाटिया, लिंबायत, सचिन, किम, चलथान, बारडोली, कामरेज, अंकलेश्वर-भरूच, बड़ौदा, नवसारी, चिखली, डूंगरी, वलसाड, वापी, एवं सेलवास लगभग 16 क्षेत्रों से तेरापंथ महिला मंडल की बहनों ने भाग लिया। कार्यशाला के प्रथम चरण का संचालन नीलम डांगी एवं द्वितीय चरण का संचालन उपाध्यक्षा महिमा चोरड़िया ने किया तथा आभार ज्ञापन महिला मंडल पूर्व अध्यक्ष सुनीता कुकड़ा ने किया।