भगवान महावीर जन्म कल्याणक दिवस पर िवभिन्न कार्यक्रम
तेरापंथ भवन विरार में साध्वी पुण्ययशा जी आदि ठाणा 4 के सानिध्य में भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ साध्वी वर्धमानयशाजी, साध्वी बोधिप्रभाजी के मंगलाचरण से हुआ। साध्वी पुण्ययशाजी ने अपने उद्बोधन में कहा- भगवान महावीर आत्म साक्षात्कार के महान प्रवर्तक थे, अनुत्तर ध्यान के आराधक थे। उन्होंने जातिवाद को अतात्विक बताते हुए कहा कि मनुष्य जन्म से नहीं कर्म से श्रेष्ठ होता है। भगवान महावीर द्वारा प्रवर्तित अहिंसा, अपरिग्रह, अनेकांत के सिद्धांत वर्तमान की अनेक समस्याओं के समाधान हेतु प्रासंगिक और उपयोगी है। साध्वी विनीतयशाजी ने कहा भगवान महावीर ने मैत्री का संदेश दिया, अनेकांत दर्शन से दुनिया को एक नई दृष्टि दी। साधना के विभिन्न प्रयोगों के द्वारा केवल ज्ञान को प्राप्त कर जैन धर्म के 24 वे तीर्थंकर बने। कार्यक्रम में आमदार हितेंद्र ठाकुर, युवा आमदार क्षितिज ठाकुर, अजीव पाटिल, नगरसेवक नयन जैन, किरण ठाकुर ने अपने विचार व्यक्त किये।