हस्त निर्मित सामग्री एवं उपकरणों की प्रदर्शनी
राजलदेसर
तेरापंथ भवन में साध्वीवृंद द्वारा साधु के दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाली हस्त निर्मित सामग्री एवं उपकरणों की एक प्रदर्शनी लगाई गई। बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं एवं ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों ने कला प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस अवसर पर साध्वी डॉ0 परमयशा जी ने बताया कि हस्त कला तेरापंथ शासन की अमूल्य देन है। शासनश्री साध्वी पानकुमारी जी ‘प्रथम’ श्रीडूंगरगढ़, शासनश्री साध्वी राजकुमारी जी ‘गोगुंदा’ कलाकार साध्वियाँ थीं। उनके नेतृत्व में यह कलाकृतियाँ हमें प्राप्त हुई हैं। हमारा सौभाग्य है कि हम भी गुरुदेव की कृपा से कला के क्षेत्र में आगे बढ़े। डॉ0 साध्वी परमयशा जी, साध्वी धर्मयशा जी, साध्वी विनम्रयशा जी, साध्वी मुक्ताप्रभा जी एवं साध्वी कुमुदप्रभा जी ने कलाकृतियों का अवलोकन करवाया एवं उनके बारे में बताया। सभी जनों ने प्रदर्शनी को सराहा एवं पूरे मनोयोग से प्रत्येक वस्तु का निरीक्षण किया।