केंद्रीय संस्थाओं की ओर से भावपूर्ण अभिवंदना स्वर
सम, शम, श्रम संस्कृति के उन्नायक, जिन शासन के उज्जवल नक्षत्र, संत संस्कृति के ज्योतिर्मय अग्रदूत आचार्यश्री महाश्रमणजी के दीक्षा कल्याण महोत्सव पर कोटि-कोटि वंदन। परम पूज्य गुरुदेव, अध्यात्म के सुमेरु आप युगों-युगों तक समस्त मानव जाति का कल्याण करते रहें। आपका वरदहस्त हम सभी पर सदा-सदा बना रहे एवं हमारा मार्ग प्रशस्त करता रहे।