अक्षय तृतीया दिवस पर आयोजित िवभिन्न कार्यक्रम
आचार्यश्री महाश्रमणजी के आज्ञानुवर्ती मुनि मणिलाल जी के सान्निध्य में अक्षय तृतीया पारणा महोत्सव का कार्यक्रम भिक्षु समाधि स्थल सिरियारी के भिक्षु आराध्यम् में किया गया। इस अवसर पर 'शासनश्री' मुनि मुनिव्रतकुमार जी, मुनि धर्मेशकुमारजी, मुनि चैतन्यकुमारजी, मुनि गिरिशकुमार जी, मुनि प्रतीककुमार जी आदि संतों ने गीत एवं वक्तव्य आदि के माध्यम से इतिहास से जुड़े तथ्यों को उजागर करते हुए अपने भाव व्यक्त किए। कार्यक्रम में 15 भाई-बहनों ने मुनिवृंद को इक्षुरस का दान देकर अपने वर्षीतप का क्रम संपन्न किया। नमस्कार महामंत्र के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में सर्वप्रथम 'ॐ ऋषभाय नमः' मंत्र का सामूहिक जप किया गया। तत्पश्चात् सिरियारी संस्थान के अध्यक्ष निर्मल श्रीमाल ने सभी तपस्वी भाई-बहनों का स्वागत अभिनंदन करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। उपाध्यक्ष उतमचद सुखलेचा, पीयूष गोगड़, सहमंत्री मनीष रांका, कार्यकारिणी सदस्य, विशेष आमंत्रित सदस्य आदि उपस्थित थे। तपस्वियों के परिजनों ने अपने गीत एवं वक्तव्य के माध्यम से भावनाएं व्यक्त की। सिरियारी के ठाकुर श्याम सिंह ने भी विचार व्यक्त करते हुए प्रसन्नता की। कार्यक्रम में पाली, ब्यावर, आमेट, करेड़ा, आसीन्द, सूरत, अहमदाबाद, बालोतरा, कांकरोली, भीलवाड़ा आदि से लगभग 600 की संख्या में जनता उपस्थित थी। सभी तपस्वियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के मंत्री मर्यादा कोठारी ने किया तथा आभार ज्ञापन उतमचंद सुखलेचा ने किया।