वर्षीतप अभिनन्दन समारोह
उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि कमलकुमारजी के पावन सान्निध्य में वर्षीतप तपस्वियों का अनुमोदन कार्यक्रम रखा गया। इस अवसर पर मुनिश्री ने फरमाया कि तपस्या कर्म निर्जरा और आत्म शुद्धि के लिए की जाती है। तपस्वी अपने जीवन में क्षमा, सहिष्णुता के साथ सामायिक, प्रतिक्रमण का भी प्रयोग करता रहे जिससे उसकी उज्जवलता, निर्मलता बढ़ती रहे। कार्यक्रम में मंगलाचरण नैना कोठारी एवं डिम्पल मेड़तवाल ने किया। मनीषा कोठारी ने आगन्तुकों का भावभरा स्वागत किया। कार्यक्रम में सभा अध्यक्ष जुगराज बोहरा, मंत्री टिंकू बाफणा, युवक परिषद् मंत्री अरूण धाकड़ ने तपस्वियों का भावभरा स्वागत किया। कार्यक्रम में कोठारी, चंडालिया, बड़ोला एवं रांका परिवार के सदस्यों ने स्वर लहरियों के माध्यम से कार्यक्रम को और मनमोहक बना दिया। सभी तपस्वियों का समाज की ओर से सम्मान किया गया।