आया आया, चयन दिन आया
आया आया, चयन दिन आया, भक्ति का रंग छाया
महके मन मंदार है। आज शासन में खुशियों की बहार है,
भैक्षव शासन में खुशियां अपार है।।
निज दीक्षा दिन आर्यप्रवर ने, नवम स्थान सम्मान दिया,
चंदेरी की दिव्य मणि को श्रमणी गण सिरमोर किया,
परम पूज्यश्री आचार्यों की कृपा मिली है भारी,
महकी क्यारी, खिली है फूलवारी, जीवन गुलजार है।।
विद्या विनय त्रिवेणी, गणनिधि वृद्धि में तत्पर,
लेखन, प्रवचन संपादन में समय नियोजन है सुखकर,
अप्रमाद की तुम नजीर हो, पल-पल लाभ कमाना,
मन में ठाना, कहीं न रुक जाना, शक्ति का आधार है।।
दीक्षा कल्याण महोत्सव प्रभु का सोने में सुगंध है।
मनोनयन का पर्व मनोहर छाया नव आनंद है,
वर्धापन कर मोद मनाएं, आगे बढ़ते जाएं,
मंगल गाएं, चरणों में शीश झुकाएं, भावों का उपहार है।।
लय - फिरकी वाले