अक्षय तृतीया दिवस पर आयोजित िवभिन्न कार्यक्रम
अक्षय तृतीया के उपलक्ष्य में तपस्वी बहन तारा देवी सुराणा व लता देवी लूनिया का अभिनंदन कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र से की गई। महिला मंडल की बहनों द्वारा स्वागत गीतिका का संगान किया गया। अध्यक्ष बॉबी जैन ने स्वागत भाषण में वर्षीतप के बारे में कहा- प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभ प्रभु को 13 महीने तक अन्न-जल नहीं मिला था और तेरह महीने के बाद भगवान को भिक्षा के रूप में अपने पौत्र श्रेयांश कुमार के हाथों से गन्ने का रस प्राप्त हुआ और उससे उन्होंने पारणा किया। संजय जैन, संयम जैन ने गीतिका के माध्यम से वर्षीतप अनुमोदन किया। रिद्धि और रितिक जैन एवं गरिमा व स्नेहा जैन ने नाटिका की प्रस्तुति दी। सुशील जैन, सुषमा जैन, मोहन जैन, विजय जैन ने भी गीतिका के माध्यम से तपस्वी बहनों का अभिनंदन किया। दोनों तपस्वी बहनों ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि उनके जो भी शारीरिक कष्ट थे वे ठीक हो चुके हैं और कहा कि वर्षीतप कर्म निर्जरा का बहुत ही अच्छा माध्यम है। कार्यक्रम का संचालन मंत्री रीना जैन ने किया। पिंकी जैन ने सबका आभार व्यक्त किया।