अभातेयुप के तत्वावधान में हुए कर्नाटक स्तरीय िभक्षु दर्शन कार्यशाला एवं अन्य कार्यक्रम
युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी सिद्धप्रभा जी एवं साध्वी उदितयशाजी आदि ठाणा के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद राजाजीनगर द्वारा कर्नाटक स्तरीय ‘भिक्षु दर्शन प्रशिक्षण कार्यशाला’ अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा की अध्यक्षता में समायोजित हुई। कार्यशाला का शुभारंभ साध्वीश्री द्वारा सामूहिक नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से किया गया। भिक्षु श्रद्धा स्वर द्वारा विजय गीत का संगान किया गया। अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा ने श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया। तेयुप अध्यक्ष कमलेश गन्ना ने सभी का स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अभातेयुप द्वारा निर्देशित भिक्षु दर्शन कार्यशाला पर प्रकाश डालते हुए तेयुप राजाजीनगर के प्रति मंगलकामना संप्रेषित की।
साध्वी सिद्धप्रभाजी ने उद्धबोधन प्रदान करते हुए कहा कि मुनि थिरपाल जी एवं मुनि फतेहचंद जी स्वामी ने आचार्यश्री भिक्षु से निवेदन किया कि अपने मौन का त्याग करते हुए जन-जन को भगवान महावीर के सिद्धांत से अवगत करवाएं। स्वामीजी ने धनवंतरी के रूप में जैन सिद्धान्त को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया। साध्वी उदितयशाजी ने कहा कि जो भिक्षु दर्शन को समझ पायेगा वह हर उलझन को सुलझा पाएगा। साध्वीश्री ने धर्म की परिभाषा का विश्लेषण करते हुए स्वामी जी की गौरव गाथा सुनाई। पूज्य प्रवर आचार्यश्री महाश्रमणजी द्वारा स्वामीजी की जन्मस्थली कंटालिया पर त्रि-शताब्दी के अवसर पर उद्घोषित तीन कार्य ‘ॐ भिक्षु जय भिक्षु’ का जप, तेरापंथ प्रबोध का संगान एवं भिक्षु विचार दर्शन का स्वाध्याय की जानकारी प्रदान की। साध्वी संगीतप्रभा जी ने आचार्यश्री भिक्षु द्वारा लिखित मर्यादाओं की जानकारी प्रदान की। साध्वी वृंद द्वारा सामूहिक गीतिका का संगान किया गया।
मुख्य अतिथि विमल कटारिया, विशिष्ट अतिथि अभातेयुप उपाध्यक्ष पवन मांडोत, प्रबुद्ध विचारक दिनेश पोखरणा, संभाग प्रमुख अमित दक, राजाजीनगर सभा अध्यक्ष रोशनलाल कोठारी, महिला मंडल अध्यक्षा उषा चौधरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए परिषद परिवार के प्रति शुभकामनाएं संप्रेषित की। कार्यशाला में अभातेयुप परिवार, तेयुप कोप्पल, चिकमंगलूर, गांधीनगर, विजयनगर, हनुमंतनगर, दासरहल्ली, राजराजेश्वरीनगर, यशवंतपुर, राजाजी नगर की युवा शक्ति एवं श्रावक-श्राविका समाज की उपस्थिति रही। मंच संचालन राजेश देरासरिया एवं आभार संयोजक सतीश पोरवाड़ ने किया।