सघन निवृत्ति साधना शिविर में हुयी अभिनव सामायिक एवं अद्भुत साधना

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सघन निवृत्ति साधना शिविर में हुयी अभिनव सामायिक एवं अद्भुत साधना

आचार्यश्री महाश्रमणजी के संयम पर्याय के 50वर्ष की परिसंपन्नता के उपलक्ष में तेरापंथ भवन, राजराजेश्वरी नगर, में अभिनव सामायिक एवं सघन निवृत्ति साधना शिविर का आयोजन साध्वी सिद्धप्रभा जी एवं साध्वी उदितयशा जी के सान्निध्य में किया गया। जिसमें 108 से भी अधिक साधक-साधिकाओं की उपस्थिति रही। इस शिविर को 4 जोन में बांटा गया।
प्रथम जीवन निर्माण जोन में साध्वी संगीतप्रभा जी ने आचार्यश्री महाश्रमण की साधना की पराकाष्ठा की चर्चा करते हुए उनके जीवन प्रसंगो को सुनाते हुए सबको भाव विभोर कर दिया तथा छोटे-छोटे संकल्पों के साथ श्रावकों को जोड़ा। दूसरे मोटीवेशनल जोन में साध्वी भव्ययशा जी ने रोचक प्रयोग करवाए। मैत्री की अनुप्रेक्षा के प्रयोग से चारों दिशाओं में सभी प्राणियों के साथ क्षमा याचना करवाई। कायोत्सर्ग के द्वारा भेद विज्ञान का अभ्यास कराया गया। तीसरे समाधि जोन में साध्वी उदितयशा जी ने असमाधि के कारणों तथा परिवार में पैदा होने वाले प्रसंगों की चर्चा करते हुए समाधि के लिए आत्मावलोकन के प्रयोग करवाए। चौथे जिज्ञासा-समाधान जोन में साधक-साधिकाओं की साधना के मार्ग में आने वाली समस्याओं से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान दिया। प्रेरणापाथेय जोन में साध्वी सिद्धप्रभा जी ने सभी को साधना के क्षेत्र में आगे बढ़ते रहने के लिए सतत अभ्यास की प्रेरणा दी। अध्यक्ष छतरसिंह सेठिया ने इसे एक अद्भुत साधना बताया। इस शिविर में श्रावक समाज का उत्साह उल्लेखनीय था। शिविर में महिला मंडल और युवक परिषद की सक्रिय सहभागिता रही।