त्रिदिवसीय संस्कार निर्माण कार्यशाला शुभारंभ
उत्तर हावड़ा। युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि जिनेशकुमार जी ठाणा-3 के सानिध्य में त्रिदिवसीय संस्कार निर्माण कार्यशाला का शुभारंभ तेरापंथ भवन उत्तर हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा किया गया। प्रथम दिन 59 बालक-बालिकाओं ने कार्यशाला में भाग लिया। शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि जिनेशकुमार जी ने कहा- भारतीय संस्कृति में संस्कारों का विशेष महत्त्व है। संस्कारों के जागरण से व्यक्ति के व्यक्तित्व में निखार आता है। संस्कार प्राप्ति के तीन स्थान हैं- मां विद्यालय, धर्मस्थान। शिविरों के माध्यम से, संतों की संगत से सहज ही व्यक्ति सुसंस्कारी बन जाता है।