आचार्यश्री महाश्रमण जी के दीक्षा कल्याण वर्ष की परिसम्पन्नता पर विविध आयोजन

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आचार्यश्री महाश्रमण जी के दीक्षा कल्याण वर्ष की परिसम्पन्नता पर विविध आयोजन

आचार्य श्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी श्री संगीतश्री जी एवं श्रमण संघ के आचार्य शिवमुनि जी की सुशिष्या साध्वी संगीतश्रीजी के पावन सान्निध्य में आचार्यश्री महाश्रमण जी का 50वां दीक्षा कल्याण दिवस कृष्णानगर स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीवृंद के महाश्रमण अष्टकम उच्चारण से हुआ। साध्वी संगीतश्रीजी ने कहा कि आचार्यश्री महाश्रमण जी तेरापंथ के सरताज हैं। उनका जन्म नाम मोहन है अर्थात मोह का हनन करने वाला। आपकी स्थितप्रज्ञता, एकाग्रता, विनम्रता, सहजता बेजोड़ है। आचार्य श्री महाश्रमण जी इतना कठोर श्रम करवाते हैं कि एक साथ 47 किमी का विहार कर दिल्ली में शासनमाता को दर्शन सेवा करवाने पधारे। आपके नेतृत्व में धर्मसंघ की ध्वजा विश्व क्षितिज पर लहरा रही है। आचार्य महाश्रमण की अभ्यर्थना में श्रमण संघ की साध्वी संगीतश्रीजी ने कहा- आज हम एक ऐसे आचार्य का दीक्षा दिवस मना रहे हैं जिनसे पूरा जिन शासन गौरव की अनुभूति कर रहा है। इसी क्रम में साध्वी कमलविभा जी एवं साध्वी मुदिताश्रीजी ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। पूर्वी दिल्ली भाजपा प्रत्याशी हर्ष मल्होत्रा, निगम पार्षद संदीप कपूर, डॉ. अनिल गोयल भी सम्मिलित हुए। अभ्यर्थना के क्रम में गांधीनगर सभाध्यक्ष निर्मल छल्लाणी, शाहदरा सभा के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंघी, विकास मंच के महामंत्री महेन्द्र श्यामसुखा ने अपने विचारों की प्रस्तुति दी। तेरापंथ युवक परिषद दिल्ली के युवकों व पूर्वी दिल्ली महिला मंडल की बहनों ने सुमधुर गीतिका की प्रस्तुति दी। सभा के मंत्री बजरंग कुण्डलिया ने आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी शांतिप्रभाजी ने किया।