आचार्यश्री महाश्रमण जी के दीक्षा कल्याण वर्ष की परिसम्पन्नता पर विविध आयोजन

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आचार्यश्री महाश्रमण जी के दीक्षा कल्याण वर्ष की परिसम्पन्नता पर विविध आयोजन

परमपूज्य आचार्यप्रवर का 50वां दीक्षा कल्याण महोत्सव युवा दिवस के रूप में वड़ोदरा-अहमदावाद हाईवे पर स्थित जैन विहारधाम में आयोजित किया गया। इस अवसर पर साध्वी काव्यलताजी ने अपने उद्‌बोधन में कहा- आज एक अध्यात्म सुमेरू के तेजस्वी सन्यास के 50वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। आज से 50 वर्ष पूर्व मुनि सुमेरमल जी 'लाडनूं' के कर कमलों से सरदारशहर में दीक्षित हुए आचार्य महाश्रमण का आभामण्डल उज्ज्वल, प्रभावशाली और आकर्षक है। आचार्य महाश्रमण उम्र से युवा, चिन्तन से प्रौढ़, ज्ञान से स्थविर और ऋजुता से बालक हैं। इस अवसर पर साध्वी ज्योतियशाजी, साध्वी सुरभिप्रभाजी एवं साध्वी राहतप्रभाजी ने गीत का सुमधुर संगान किया। साध्वी ज्योतियशाजी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा- आज का दिन तेरापंथ के भाग्योदय का दिन है। कार्यक्रम की मंगल शुरुआत तेयुप वड़ोदरा के मंत्री सुमित कोठारी के मंगलाचरण से हुई। तेयुप अमराईवाडी के अध्यक्ष हितेश चपलोत एवं तेयुप वड़ोदरा के अध्यक्ष हितेश मुणोत ने आराध्य की अभिवन्दना में भावों की अभिव्यक्ति दी। अमराईवाडी सभाध्यक्ष रमेश पगारिया, दिनेश चण्डालिया एवं दीपक श्रीमाल ने भी श्रद्धा भाव समर्पित किए।