धार्मिकता पूर्ण आचरण से करें जीवन का विकास
साध्वी डॉ. कुन्दनरेखा जी का मंगल प्रवेश अणुव्रत भवन, दिल्ली में विशाल व भव्य जुलूस के साथ हुआ। गांधी शांति प्रतिष्ठान से अणुव्रत भवन तक जुलूस में समणी जयन्तप्रज्ञाजी व समणी सन्मतिप्रज्ञाजी भी साध्वीश्री के मंगल प्रवेश में संभागी बनीं। विशेष रूप से उपस्थित सावित्री देवी जिन्दल भी जुलूस के आरंभ से भवन प्रवेश तक सहभागी बनी।
जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा दिल्ली के नेतृत्व में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, दक्षिणी दिल्ली, तेरापंथ युवक परिषद दिल्ली, तेरापंथ महिला मंडल, दक्षिणी दिल्ली, ज्ञानशाला ने पूर्ण जागरूकता व उत्साह के साथ अनुशासित और मर्यादित जुलूस में जयघोषों से मार्ग को गुंजायमान किया।
अणुव्रत भवन के पावन प्रांगण में स्वागत समारोह आयोजित किया गया। साध्वीश्री के नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के पश्चात् तेरापंथ युवक परिषद दिल्ली के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक मंगलाचरण प्रस्तुत किया। शास्त्रीनगर ज्ञानशाला के बच्चों ने एक नाटिका के माध्यम से प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत किया। जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा दिल्ली के अध्यक्ष सुखराज सेठिया ने समस्त चारित्रात्माओं, समणीवृंद व आगंतुकों का स्वागत किया एवं गुरूदेव के प्रति कृतज्ञता के भाव प्रस्तुत किए। तेयुप दिल्ली की ओर से उपाध्यक्ष राकेश बैंगानी ने दक्षिण दिल्ली सभा की ओर से अध्यक्ष सुशील पटावरी, तेरापंथ महिला मंडल दक्षिण दिल्ली की ओर से अध्यक्ष शिल्पा बैद, निवर्तमान दक्षिणी दिल्ली सभाध्यक्ष हीरालाल गेलड़ा ने भावाभिव्यक्ति दी। मध्य दिल्ली एवं दक्षिणी दिल्ली महिला मंडल ने सुमधुर गीतिकाओं के माध्यम से स्वागत एवं स्मरणीय प्रवास काल को समर्पित गीतिकाएं प्रस्तुत की।
समाज भूषण ‘अजातशत्रु’ मांगीलाल सेठिया ने स्वागत अभिनंदन करते हुए समाज को दर्शन सेवा हेतु प्रेरित किया। अणुव्रत न्यास के प्रबंध न्यासी एवं कल्याण परिषद संयोजक के सी जैन ने अणुव्रत भवन को चातुर्मास प्रदान कराने हेतु
परम् पूज्य गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। साध्वी सौभाग्ययशाजी व साध्वी कल्याणयशाजी ने गीतिका का संगान किया।
साध्वी डॉ. कुन्दनरेखाजी ने जन-मानस को प्रेरणा देते हुए फरमाया धार्मिकता पूर्ण आचरण से हम जीवन का विकास कर सकते हैं। संचालन महामंत्री प्रमोद घोड़ावत ने किया।