चातुर्मास है साधना और सिद्धि का अवसर
महातपस्वी आचार्यश्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी डॉ. पीयूषप्रभाजी ठाणा 4 का मंगल प्रवेश भव्य रैली के साथ हुआ। प्रवेश के पश्चात आयोजित स्वागत समारोह कार्यक्रम साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र उच्चारण से प्रारंभ हुआ। ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं द्वारा मंगलाचारण किया गया। इस अवसर पर साध्वी पीयूषप्रभाजी ने कहा- चातुर्मास साधना सिद्धि का अवसर है। श्रावक समाज को ज्ञान, दर्शन, चरित्र और तप की विशेष आराधना करनी है। साध्वी भावनाश्रीजी ने कहा- चातुर्मास जीवन परिवर्तन और ज्ञान चेतना के विकास का उत्तम पर्व है। साध्वी दीप्तियशाजी ने कहा- श्रावक-श्राविकाएं खूब धर्माराधना करें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महासभा कार्यकारीणी सदस्य व पालघर सभा प्रभारी दिलीप राठौड़, उपासक राजेन्द्र मुणोत, निर्मल जैन ने मंगल प्रवेश पर अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत की। सभाध्यक्ष चतुर तलेसरा ने स्वागत भाषण की प्रस्तुति दी। महिला मंडल अध्यक्ष संगीता चपलोत, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष भावेश सिसोदिया, स्थानकवासी संघ अध्यक्ष हिम्मत परमार, नरेश राठौड़, देवीलाल सिंघवी आदि वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा स्वागत गीत का संगान किया गया। आभार ज्ञापन सभा मंत्री दिनेश राठोड़ ने किया। कार्यक्रम का संचालन संगीता बाफना ने किया।