अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल का 46वाँ वार्षिक अधिवेशन ‘समर्पिता’ का आयोजन

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अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल का 46वाँ वार्षिक अधिवेशन ‘समर्पिता’ का आयोजन

भीलवाड़ा
प्रथम सत्र अलकंरण सत्र : आचार्य महाश्रमणजी की पावन सन्‍निधि ,भीलवाड़ा में आगाज हुआ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पा बैद ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।
सोभाग बैद एवं ललिता धारीवाल को श्राविका गौरव अलकंरण से अलंकृत किया गया। राखी बैद एवं सोनल पिपाड़ा को सीता देवी सरावगी प्रतिभा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अलंकृत महिलाओं ने अपनी भावाभिव्यक्ति प्रस्तुत की। फेशन डिजाइनर रूमा देवी की विशेष उपस्थिति रही।
साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी ने व पूज्य गुरुदेव ने मंगल पाथेय प्रदान किया।
महामंत्री तरुणा बोहरा ने संचालन किया व आभार व्यक्त किया।
द्वितीय सत्र : ‘परिणीता समर्पिता बन छुए आसमान, कृतत्व से दिखाये अपनी पहचान’।
सुमधुर मंगलाचरण गंगाशहर महिला मंडल द्वारा किया गया। सभी शाखा मंडलों का अलग-अलग थीम के साथ परिचय कराया गया। विशिष्ट अतिथि रूमा देवी फैशन डिजाइनर ने अपने जीवन पर प्रकाश डालते हुए सभी बहनों को मोटीवेट किया। आभार ज्ञापन किया माला जी कातरेला ने। संचालन किया सरिता डागा एवं जयश्री बडाला ने।
तृतीय सत्र : ‘विनीता सत्र-भक्तामर सीख किया नव सृजन, भक्ति का सजा नव पल्लवन’
मंगलाचरण जयपुर महिला मंडल द्वारा किया गया। सहमंत्री मधुजी देरासरिया ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की। सुंदर संगीतमय प्रस्तुति नोएडा महिला मंडल ने प्रस्तुत की। पारितोषिक वितरण का संचालन किया ज्योति जैन ने। क्विज का संचालन शिल्पा बैद ने किया। 7 टीमों ने भाग लिया प्रातिहार्य पर इनके नाम दिए गए।
निर्णायक रहे पुष्पा बेंगानी, कल्पना बैद व सुमन नाहटा। संचालन व आभार व्यक्त डॉ0 वंदना बरडिया ने किया।
चतुर्थ सत्र : ‘अस्मिता सत्र-बन समर्पिता लाएँ नयी भोर, श्रम सींचने से बढ़े मंजिल की ओर’।
सुमधुर मंगलाचरण चित्तोड़ महिला मंडल द्वारा। चित्तोड़ महिला मंडल की अध्यक्ष प्रीति ढ़िलीवाल ने सभी का स्वागत किया। प्रेरक वक्तव्य प्रदान किया प्रधान ट्रस्टी शांता पुगलिया ने। राष्ट्रीय कार्यसमिति के द्वारा वर्चुअल समर्पित गीत प्रस्तुत किया गया। शुभकामनाओं के स्वर - महासभा अध्यक्ष सुरेश गोयल, जैन विश्‍व भारती के अध्यक्ष मनोज लूणिया, टीपीएफ राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन पारख, पूर्व विधायक सुरेन्द्र झाडावत, आनंदी झाडावत, महासभा के महामंत्री रमेश सुतरिया, नगरपालिका चेयरमैन संदीप शर्मा, ओस्तवाल ग्रुप के एम डी प्रवीण ओस्तवाल ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।
भीलवाड़ा महिला मंडल की अध्यक्ष मीना बाबेल ने हृदयोदगार व्यक्त किये। भीलवाड़ा महिला मंडल द्वारा सुरमयी प्रस्तुति। महामंत्री तरुणा बोहरा ने सभी पदाधिकारियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए समर्पिता श्रद्धा के स्वर प्रस्तुत किये। सूरज बरडिया ने अपने ओजस्वी वक्तव्य में कहा कि हमें अपने भीतर झांकना होगा कि क्या हम समर्पिता है, परिवार के प्रति हमारा समर्पण हो, पद पर न होने के बाद भी संस्था के लिए समर्पिता बनें रहे, गुरु भक्ति के प्रति समर्पित रहे व अपनी आत्मा के प्रति भी समर्पण करें। शाखा मंडलों का मूल्याकंन किया गया।
प्रभा घोड़ावत ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सहमंत्री नीतू ओस्तवाल ने किया।
पंचम सत्र : ‘रक्षिता : कर्तृत्व की खिली-अरुणाई, समर्पिता बन लक्षित मंजिल पाई (साधारण सभा)
साधारण सभा की शुभ शुरुआत अहमदाबाद महिला मण्डल की अपतजनंस प्रस्तुति के साथ हुई। महामंत्री तरुणा बोहरा ने गत कार्य विवरण का वाचन किया। प्रधान न्यासी शांता पुगलिया ने अपनी भावाभिव्यक्ति में कहा कि अपने इस महनीय दायित्व को गुरुकृपा से पूरा किया। सभी बहनों के स्नेह व विश्‍वास से समर्पण के साथ आगे बढ़ते रहे ।
समर्पण के भावों के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पा बैद ने कहा कि गुरु ऊर्जा, साध्वीप्रमुखाश्रीजी के मंगल दिशाबोध और महिला मंडल की आध्यात्मिक पर्यवेक्षक शासन गौरव साध्वी कल्पलता जी के उर्वर चिंतन के साथ इन दो वर्ष के सफर को पूर्ण करने जा रही हूं। सभी पूर्वाध्यक्षों, ट्रस्टी गण, परामर्शक गण, पदाधिकारीगण, कार्यसमिति सदस्यों और देशभर के शाखा मंडलों के हजारों हाथों के इस कोविड-19 की स्थिति में भी अदम्य उत्साह ने मंडल को अपने आध्यात्मिक, सामाजिक कार्यों से ऊंचाइयां प्रदान की।
महामंत्री तरुणा बोहरा ने उपलब्धि दर्पण में शाखा मंडलों के श्रम को शब्दों में समेटकर सभी के सामने प्रस्तुत किया और सभी के श्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
संस्था के प्राण संविधान को निवर्तमान अध्यक्ष कुमुद कच्छारा ने सभी को समझाया। कोषाध्यक्ष रंजू लुनिया ने सदन के समक्ष आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। काठमांडू महिला मंडल द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
मनाव प्रक्रिया द्वारा चुनाव अधिकारी ‘श्राविका गौरव’ ट्रस्टी सौभाग्य बैद ने अभातेममं के नए नेतृत्व के रूप में वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीलम सेठिया के नाम की मंगल मंत्रोच्चार के साथ घोषणा की।
नव निर्वाचित अध्यक्ष नीलम सेठिया ने दायित्व ग्रहण की स्वीकृति के साथ अपने प्रथम वक्तव्य में कहा कि बहनें संघ-संघपति के प्रति सर्वात्मना समर्पित रहकर, चारित्रात्माओं की सेवा, संस्था के कार्यों के संपादन में रीति, नीति, मर्यादा का ध्यान रखे। पूर्ण पारदर्शिता के साध कार्य हो।
इस सत्र का आभार ज्ञापन कार्यसमिति सदस्य जयश्री जोगड़ एवं सत्र का सुंदर संचालन कार्यसमिति सदस्य वीणा बैद ने किया।
‘षष्टम सत्र’ रोहिता सत्र
‘समर्पण का अंकन-श्रम का मूल्यांकन’
इस सत्र का मंगलाचरण बालोतरा महिला मंडल की अपतजनंस प्रस्तुति के साथ हुई। सुनीता जैन ने अपने उर्वर चिंतन में कहा कि संस्था का नेतृत्व सदैव दूसरे नेतृत्व के प्रति प्रमोद भावना, सहयोग का भाव और बुजुर्ग कार्यकर्ताओं का सम्मान वाला होना चाहिए।
मुख्य वक्ता यश रामपुरिया ने बहुत रोचक तरीके से समर्पण से समर्पिता बनने के गुर बताये और कहा की निस्वार्थ भाव से समर्पित होकर स्वयं के प्रति भी जागरूक रहें। इस सत्र में शाखा मंडलों के श्रम का मूल्यांकन भी पारितोषिक वितरण के साथ किया गया। इस कार्य का सम्पादन निधि सेखानी व मधु श्यामसुखा ने किया। कार्यक्रम का संचालन निर्मला चंडालिया ने किया।
सप्तम सत्र-समर्पण सत्र-समपर्ण का आधार, गुरु की शरण है तारणहार।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पा बैद ने अपने आत्मीय स्वरों में अपनी पूरी टीम के द्वारा मिलें सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया। सभी सभा संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं भीलवाड़ा महिला मंडल के प्रति आभार प्रकट किया। महामंत्री तरुणा बोहरा ने श्रद्धाप्रणत होकर दो वर्षीय कार्यकाल का उपलब्धि दर्पण पेश किया व पूरी कार्यसमिति के प्रति आभार व्यक्त किया।
दायित्व हस्तांतरण- पुष्पा बैद ने नव मनोनीत राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम सेठिया को शपथ दिलाई।
राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम सेठिया ने गुरुदेव के समक्ष अपने प्रथम अध्यक्षीय उद्बोधन में गुरुदेव से मंगल आशीर्वाद की कामना की, यहाँ तक कि उड़ान के लिए पितृपक्ष बेंगानी परिवार व ससुराल पक्ष सेठिया परिवार को श्रेय प्रदान किया। नये विजन के साथ भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला तत्पश्‍चात नयी टीम को शपथ दिलाई।
असाधारण साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभाजी ने कहा कि अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल नई-नई ऊँचाईयों को छू रहा है। 50-60 वर्षों पहले की तुलना की जाए तो आज बहुत बदलाव आया है। गुरुदेव श्री तुलसी व आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी ने विकास के कई नये रास्ते खोले हैं। संस्था की चार योजनाओं में महत्त्वपूर्ण योजना है आचार्य तुलसी शिक्षा परियोजना, स्वस्थ परिवार स्वस्थ समाज योजना, कन्या सुरक्षा योजना, समृद्ध राष्ट्र योजना इन योजनाओं पर तो कार्य करना ही है और कदमों को भी गति देना है। कन्याओं के संस्कारों पर विशेष ध्यान देना है। परमपूज्य गुरुदेव ने मंगल पाथेय में फरमाया कि गृहस्थों की संस्था में एक हैमहिला मंडल, इसमें जो व्यक्ति हैं वे योग्य व्यक्ति हों, निष्ठा वाले हों, ससमर्पण वाले हों तो संस्था निर्बाध गति से आगे बढ़ सकती है। संस्था आर्थिक द‍ृष्टि से भी मजबूत हो, मेन पॉवर हो, मनी पॉवर के साथ रॉयल्टी पॉवर भी साथ में जुड़ जाए तो अच्छा है। मैनेजमेंट पॉवर भी हो, माइन्ड पॉवर भी हो तो बड़ी बात है, माइन्ड में तनाव न हो। आगे आपने फरमाया कि मुझे महिला मंडल का आकलन करते हुए अच्छी संस्था प्रतीत हो रही है। संस्था में शिक्षा का भी विकास हो रहा है, अभिव्यक्ति व बोद्धिकता में भी विकास हुआ है। हर कार्य शांति से हो रहा है, यह सब महिला मंडल के भाग्य का द्योतक हैं। कन्या मंडल को भी धार्मिक संस्कारों से जोड़ा जाए। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री तरुणा बोहरा ने किया।