
संस्थाएं
एक बूंद : एक सागर, जल संरक्षण कार्यशाला का आयोजन
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में "एक बूँद, एक सागर" जल संरक्षण कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल, इचलकरंजी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मंडल की बहनों द्वारा नवकार मंत्र एवं प्रेरणा गीत के साथ हुआ। महिला मंडल की उपाध्यक्ष सपना बालड ने अपने वक्तव्य में कहा कि जैन धर्म का मूल सिद्धांत अहिंसा है, और जल संरक्षण इसी सिद्धांत से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि पानी का न्यूनतम उपयोग कैसे करें जिससे जलचर प्राणियों की हिंसा भी न हो, साथ ही सभी को 14 जल-संरक्षण नियमों को अपनाने की प्रेरणा दी। कार्यकारिणी सदस्य प्रज्ञा आंचलिया ने जल संरक्षण पर लिखी अपनी कविता के माध्यम से विषय की महत्ता को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। महिला मंडल की सदस्य लवीना छाजेड़ ने अपने वक्तव्य में बताया कि कैसे महिलाएं घरेलू कार्यों में जल की बचत कर सकती हैं। Save Water विषय पर स्लोगन युक्त पोस्टर भी बनवाए गए, जिन्हें विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर महिला मंडल की बहनों द्वारा लगाया गया। कार्यक्रम का संचालन मंत्री मीना भंसाली ने किया तथा आभार ज्ञापन कार्यकारिणी सदस्य ममता चोपड़ा द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यशाला में कुल 15 बहनों ने भाग लिया।