समर्पण और समझदारी से सफल होता है दांपत्य जीवन

संस्थाएं

बीकानेर।

समर्पण और समझदारी से सफल होता है दांपत्य जीवन

तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में किशनलाल बाफना के विशाल हॉल में 'शासनश्री' साध्वी कुंथुश्रीजी के सान्निध्य में दांपत्य शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से हुआ। शिविर में दांपत्य जीवन को सुखद और संतुलित बनाने के उद्देश्य से अनेक प्रेरणादायक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। कार्यक्रम की प्रमुख आकर्षण रही बहनों द्वारा प्रस्तुत लघुनाटिकाएं — ‘सत्वन्ती नार’ एवं ‘पत्नी हो तो ऐसी’, जिन्हें उपस्थितजनों ने खूब सराहा। साध्वीवृंद द्वारा प्रस्तुत सुमधुर गीतों ने वातावरण को भावविभोर कर दिया।
साध्वी कुंथुश्रीजी ने अपने वक्तव्य में कहा, 'एक चक्के से गाड़ी नहीं चलती, एक हाथ से ताली नहीं बजती, और न ही अकेले किसी एक व्यक्ति से समाज बनता है। दांपत्य जीवन परस्पर सहयोग, समर्पण और समझदारी से ही सफल होता है।' उन्होंने संबंधों में मधुरता लाने हेतु अनाग्रह चेतना का विकास, समन्वय एवं संवेदनशीलता, तथा सहनशीलता व संवादिता जैसे सूत्र प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि इन मूल्यों को अपनाकर जीवन को शांति और सामंजस्य से भरा जा सकता है। साध्वी सुमंगलाश्रीजी ने दृष्टिकोण, व्यवहार और चरित्र जैसे तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित दांपत्य जीवन की विस्तृत व्याख्या की। कार्यक्रम में महिला मंडल की अध्यक्ष दीपिका बोथरा, विनिता जैन, युवक परिषद अध्यक्ष अमित कोठारी ने भावाभिव्यक्ति के माध्यम से शिविर के महत्व को रेखांकित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन शांता भूरा ने किया। प्रतिभागियों को सम्मानित करने का दायित्व विनोद बाफना ने निभाया तथा अंत में रेणु बोथरा ने आभार ज्ञापन प्रस्तुत किया।