ज्ञानार्थियों का अध्यात्म का शांतिपीठ में आध्यात्मिक भ्रमण

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ज्ञानार्थियों का अध्यात्म का शांतिपीठ में आध्यात्मिक भ्रमण

गंगाशहर
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, गंगाशहर द्वारा ज्ञानार्थियों कोे आध्यात्मिक भ्रमण हेतु सरदारशहर युगप्रधान आचार्यश्री महाप्रज्ञजी की समाधि स्थल, अध्यात्म का शांतिपीठ पर ले जाया गया। इस आध्यात्मिक यात्रा के दौरान ज्ञानशाला के 181 ज्ञानार्थी शामिल हुए। गंगाशहर तेरापंथ भवन से मुनि श्रेयांसकुमारजी द्वारा मंगल पाठ श्रवण करके यात्रा का प्रारंभ किया गया। उसके पश्चात समाधि स्थल पर ‘ऊँ श्री महाप्रज्ञ गुरुवे नमः’ का समवेत स्वरों में जप किया गया। इस शांत वातावरण में जप करके सभी को मानसिक शांति की अनुभूति हुई। उसके पश्चात सभी बच्चों को महाप्रज्ञ दर्शन अत्याधुनिक म्यूजियम दिखाया गया। इस म्यूजियम में प्रवेश करते ही आचार्यश्री महाप्रज्ञजी की आवाज में मंगलवाणी, जैन दर्शन, आचार्य महाप्रज्ञ के जीवन पर आधारित 180 डिग्री की एलईडी स्क्रीन पर उनके 90 वर्षों तक अपने जीवन में चरितार्थ करने वाले सभी कार्यों का उल्लेख अत्याधुनिक डॉक्यूमेंट्री द्वारा बच्चों को दिखाया गया। इसके अलावा तेरापंथ दर्शन, आचार्य महाप्रज्ञ का सुनहरा बचपन, अहिंसा यात्रा, कालचक्र, महाप्रज्ञ वाणी से मंत्र समाधान, प्रेक्षाध्यान का प्रयोग, जीवन विज्ञान, महाश्रमण दीर्घा व महाश्रमण संवाद में ज्ञानार्थियों ने अपनी जिज्ञासा गुरुदेव के समक्ष रखी जिसका समाधान टेक्नोलॉजी के माध्यम से गुरुदेव के आशीर्वचनों द्वारा किया गया। अंत में लेजर लाइट के द्वारा प्रज्ञा गीतों का श्रवण किया गया।
बच्चों को सरदारशहर में विराजित साध्वी सुदर्शनाश्रीजी के दर्शन करवाए गए। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि ज्ञानशाला गुरुदेव तुलसी का एक महत्वपूर्ण आयाम है। छोटे-छोटे संकल्पों से बच्चों का भावी जीवन नैतिक और प्रामाणिक बनाया जाए। आदर्श भावी पीढ़ी तैयार हो सके, इस दृष्टि से ज्ञानशाला आज विशाल रूप में पूरे देश में संचालित है। उन्होंने गीतिका के माध्यम से ज्ञानार्थियों व प्रशिक्षिकाओं को प्रेरक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को तैयार करने में प्रशिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ज्ञानशाला का मुख्य ध्येय है कि बच्चे ज्ञानवान, विनम्र, नैतिक व अनुशासित बनें। राजस्थान थली क्षेत्र की ज्ञानशाला आंचलिक संयोजिका कांता चंडालिया ने अपना वक्तव्य दिया और बताया कि गंगाशहर क्षेत्र की ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी सुसंस्कारों से सुसज्जित और अनुशासित रूप में हमारे सरदारशहर की पावन धरा पर आए हैं, इसलिए हम सबको हर्ष की अनुभूति हो रही है। सरदारशहर तेरापंथी सभाध्यक्ष सिद्धार्थ चंडालिया द्वारा पधारे हुए सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया गया। गंगाशहर तेरापंथी सभाध्यक्ष अमरचंद सोनी द्वारा सरदारशहर सभाध्यक्ष व सरदारशहर ज्ञानशाला की पूरी टीम, तेयुप, महिला मंडल का आभार ज्ञापन किया गया।