कंठीतप और धर्मचक्र तप साधिका बहनों का सम्मान समारोह
कांदिवली (मुंबई)। तेरापंथ भवन कांदिवली में साध्वी डॉ. मंगलप्रज्ञाजी के सान्निध्य में तप अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित हुआ। तप के क्रम में गोरेगांव प्रवासी मंजुला हिरण, नीलम कोठारी, ममता चिप्पड़, बोरिवली प्रवासी उषा सिंघवी, सुनीता हिंगड, मंजु बोहरा का कंठीतप सम्पन्न हुआ। कांता सिंघवी और हेमलता बडोला ने धर्मचक्र तप की आराधना की। कांदिवली प्रवासी कैलाश धोका ने भी कंठीतप की साधना की। सभी तपस्विनी बहनों की वर्धापना हेतु तप अभिनन्दन कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर साध्वी डॉ.मंगलप्रज्ञा जी ने कहा तपस्या का अच्छा क्रम चल रहा है। आज विशेष तप की आराधना सम्पन्न हो रही है। तपस्विनी बहनों ने अपने आत्मबल से अपना लक्ष्य पूरा किया है। तपस्या आत्मशांति और आनन्द का मार्ग तो है ही, स्वास्थ्य प्रदायक भी है। शरीर, मन और भावनात्मक रोगों को तप से दूर किया जा सकता है। जब मन का संकल्प मजबूत होता है, तब ही तप किया जा सकता है। चातुर्मास का समय तप की साधना के लिए उत्तम है। तप से आत्मा पवित्रता बढ़ती है। तप की परम्परा निरन्तर चलती रहे। साध्वी सुदर्शन प्रभाजी, साध्वी अतुल यशाजी, साध्वी राजुल प्रभाजी, साध्वी चेतन्य प्रभा जी ने नौ रागों में अनुमोदन गीत की सामूहिक प्रस्तुति दी। तेरापंथ सभा, महिला मण्डल, युवक परिषद मलाड, कांदिवली द्वारा अभिनन्दन पत्र एवं जैन पट्ट से तपस्विनी बहनों का सम्मान किया।