अनशन के पथ पर आगे बढ़ना सच्ची वीरता का परिचय है

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अनशन के पथ पर आगे बढ़ना सच्ची वीरता का परिचय है

आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि सुधाकर जी ने 86 वर्षीय शांति देवी बैद को संथारा प्रत्याखान करवाया। विशाल जनमेदनी के मध्य परिवारजनों की अनुमति व संघीय संस्थाओं के उपस्थित पदाधिकारियों की साक्षी से मुनि सुधाकर जी द्वारा णमोत्थुणं एवं मंत्रोच्चार के साथ शांति देवी बैद को पच्चखान कराया गया। मुनिश्री ने कहा अनशन व्रत के पथ पर आगे बढ़ना सचमुच सच्ची वीरता का परिचय है। एक आत्मयोद्धा ही इस पथ पर आगे बढ़ सकता है। 31 वर्षों से निरंतर वर्षीतप करना अपने आपमें अमित आत्मबल का परिचय है। गुरुदेव की अनुकम्पा से वें अपना इच्छित लक्ष्य प्राप्त करें ऐसी कामना करता हूं। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, रायपुर अध्यक्ष गौतम गोलछा ने आचार्य प्रवर के संदेश का वाचन किया।