पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के बीच तनाव प्रबंधन कार्यशाला
आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि सुधाकर जी के सान्निध्य में गतिमान अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतर्गत अणुव्रत समिति और पुलिस प्रशासन, रायपुर द्वारा तनाव प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन पुलिस परेड ग्राउंड में किया गया। इस कार्यशाला में पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों के साथ विशेष रूप से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक IPS संतोष सिंह की गरिमामय उपस्थिति रही। मुनि सुधाकर जी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक तनाव की समस्या वर्तमान युग की प्रमुख और जटिल समस्या है। इससे छुटकारा पाने के लिए हमें अध्यात्म का सहारा लेना चाहिए। आध्यात्मिक नियमों से तनाव प्रबंधन संभव है। मुनिश्री ने तनाव प्रबंधन के पांच सूत्रों की चर्चा करते हुए कहा :
1. अपने में खुश रहो, दूसरों से अपनी तुलना मत करो।
2. आगे की फिक्र और पीछे का जिक्र मत करो।
3. स्वयं पर नियंत्रण रखो; परिस्थिति से अधिक मन की स्थिति पर ध्यान दो। परिस्थितियां तो बदलती रहती हैं, मनःस्थिति न बदले। हर परिस्थिति में मुस्कुराते रहें।
4. सोच को सकारात्मक रखें और इच्छाओं का परिष्कार करें।
5. अपनी सीमाओं को समझते हुए फल के आग्रह का चिंतन न करें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक IPS संतोष सिंह ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए प्लानिंग कर कार्य करने की सलाह दी, ताकि तनाव हमसे दूर रह सके और समय का सही नियोजन किया जा सके। तनाव को दूर करने के लिए हमें अपने कार्य क्षेत्र से हटकर भी कार्य करने चाहिए, जिससे हमारा ध्यान तनाव से दूर होकर उन क्षेत्रों में लग सके, जैसे बागवानी, पुस्तक पढ़ना, खेल आदि। उन्होंने बताया कि दुनिया में, हम अर्थात पुलिसकर्मी ही नहीं, बल्कि मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार लगभग 65% लोग तनावग्रस्त हैं।कार्यक्रम का संचालन नरेंद्र दुगड़ ने किया, जबकि स्वागत भाषण अध्यक्ष कनक चंद जैन ने और मंगलाचरण इंदु लोढ़ा और ललिता धाड़ीवाल ने किया। कार्यशाला का सफल संयोजन अरुण अग्रवाल ने किया।