हर दिन, हर क्षण, हर समय अपने आप में मंगल होता है

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हर दिन, हर क्षण, हर समय अपने आप में मंगल होता है

माधावरम (चेन्नई)। साध्वी डॉ. गवेषणाश्रीजी ने नये वर्ष में उमड़े जन सैलाब को विविध मंत्रों के मंत्रोच्चारण से नव ऊर्जा का संचार करते हुए कहा- हर दिन, हर क्षण, हर समय अपने आप में मंगल होता है, किन्तु 365 दिनों में कुछ दिन विशेष होते हैं जो व्यक्ति के विकास, समृद्धि, रिद्धि में योगभूत बनते हैं, उसी में एक पर्व है- दीपावली। दीपावली का दूसरा दिन भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण माना जाता है। आज के दिन हम विशेष मंत्रोच्चार के साथ अपने आपको भावित करें। जिससे हमारा पूरा वर्ष आरोग्यमय, सुखमय, आनंदमय और समृद्धमय बने। साध्वी मयंकप्रभाजी ने कहा कि जीवन के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अच्छी बातों को सेव करें एवं बुरी बातों को डिलीट करें और जो हमें अच्छी लगे उन्हें फॉरवर्ड करें। साध्वी दक्षप्रभाजी ने गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी मेरुप्रभाजी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अपने विचार रखे। वृहद् मंगलपाठ के अन्तर्गत साध्वीश्री ने अनेक मंत्रोच्चार एवं तीर्थंकरों की स्तुति करवायी। अभातेयुप अध्यक्ष रमेश डागा ने भी अपने विचार रखे। मंत्री पुखराज चोराडिया ने स्वागत और आभार ज्ञापन किया।