व्यक्तित्व विकास कार्यशाला ‘आईना रिश्तों का’
अभातेयुप के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद अमराईवाड़ी-ओढव द्वारा साध्वी काव्यलता जी के सान्निध्य में व्यक्तित्व विकास कार्यशाला - ‘आईना रिश्तों का’ का आयोजन सिंघवी भवन, अमराईवाड़ी में किया गया। नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। स्वागत वक्तव्य तेयुप अध्यक्ष मुकेश सिंघवी ने दिया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सीपीएस जोनल ट्रेनर सुरभि शाह ने रिश्तों की महत्ता को समझाया। उन्होंने कहा कि माता-पिता हमारे आधार स्तंभ हैं, उन्हें तीर्थ स्थान के समान समझें। भाई-बहन का रिश्ता बहुत ही महत्वपूर्ण और सुख-दुख में साथ देने वाला रिश्ता है। तीसरा महत्वपूर्ण रिश्ता है पति-पत्नी का। पति-पत्नी एक दूसरे पर विश्वास रखें। मौन के पीछे की भाषा को समझें, हंसी के पीछे का दर्द समझें एवं एक-दूसरे पर विश्वास जताते हुए निरंतर आगे बढ़ें।
साध्वी काव्यलताजी ने कहा कि यह कार्यशाला बहुत ही सुंदर रही। यहां पधारे हुए समस्त परिवार जनों को पारिवारिक रिश्तों के बारे में बहुत ही मार्मिक बातें समझाई गई हैं, वे उन बातों को अपने जीवन में जरूर उतारें एवं अपने रिश्तों को मजबूती प्रदान करें। मुख्य वक्ता सुरभि शाह को परिषद् द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन आकाश शाह एवं जयेश सिंघवी ने किया। आभार ज्ञापन तेरापंथ युवक परिषद के मंत्री सुनील चीप्पड़ ने किया। लगभग 25 परिवारों के सदस्यों ने इस कार्यशाला में भाग लेकर कार्यशाला को सफल बनाया। कार्यक्रम में शाखा प्रभारी कुलदीप नवलखा एवं अभातेयुप सदस्य अपूर्व मोदी की भी उपस्थिति रही।