नव वर्ष 2025 के शुभारंभ में वृहद् मंगलपाठ के विविध आयोजन
'शासनश्री' साध्वी विद्यावतीजी 'द्वितीय' ठाणा-5 के सान्निध्य में नूतन वर्ष के उपलक्ष में वृहद् मंगलपाठ का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम भक्तामर स्तोत्र का सामूहिक पाठ किया गया। मंगल स्तुति के बाद साध्वी प्रियंवदा जी, साध्वी प्रेरणाश्रीजी, साध्वी मृदुयशाजी एवं साध्वी ऋद्धियशाजी ने महाप्रभावशाली, विघ्नविनाशक, शांतिदायक विविध मंत्रों का उच्चारण किया। साध्वी विद्यावती जी ने प्रेरणा देते हुए कहा - नये वर्ष के शुभ प्रवेश पर एक संकल्प स्वीकार करें जो आपकी जिंदगी को सम्यक् दिशा की ओर गतिशील कर सके। श्रावक जीवन की साधना में संकल्पों का एक अलग ही प्रभाव होता है। संकल्प दृढ़ है तो विकास भी संभव है। साध्वी प्रियंवदा जी ने कहा मंत्रों एवं आगम वाणी से अपने भीतर एक नई ऊर्जा का संचार होता है। मंत्रों के उच्चारण से अलौकिक शांति की अनुभूति होती है। दादर, एलपिस्टन, माटुंगा, धारावी, सायन कोलीवाडा, वडाला, गोरेगांव, मलाड, महालक्ष्मी, भायखला आदि उपनगरों से समागत श्रावक-श्राविकाओं ने पूर्ण तन्मयता एवं एकाग्रता के साथ मंत्रों का श्रवण किया। साध्वीवृंद ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया।