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अक्षय तृतीया पर श्रद्धासिक्त कार्यक्रम
आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या समणी निर्देशिका डॉ. ज्योति प्रज्ञा जी के सान्निध्य में सिन्धीकेला स्थित अग्रवाल जैन तेरापंथ भवन में अक्षय तृतीया के अवसर पर वर्षीतप तपस्विनी मेमदेवी के पारणा समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम स्थानीय तेरापंथ सभा, महिला मंडल एवं युवक परिषद के तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण से हुआ। समणी डॉ. ज्योतिप्रज्ञा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान ऋषभदेव की परंपरा आज भी अक्षुण्ण बनी हुई है। वैशाख शुक्ला तृतीया तिथि तप और दान धर्म का प्रतीक है। उन्होंने वर्षीतप की 19वीं बार पूर्णता को विशेष उपलब्धि बताया। इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में टिटिलागढ़ विधायक नवीन जैन, मुख्य वक्ता के रूप में ओडिशा प्रांत के वरिष्ठ श्रावक एवं साहित्यकार तुलसीराम जैन, तथा सम्मानित अतिथि के रूप में प्रांतीय सभा अध्यक्ष मनोज जैन एवं कमिश्नर सारिका जैन उपस्थित रहे। महासभा के आंचलिक प्रभारी छत्रपाल जैन ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में विविध आकर्षक प्रस्तुतियाँ दी गईं। केसिंगा से आई नमिता जैन एवं नीलम जैन ने वर्षीतप पर सास-बहू के रूप में हरियाणवी भाषा में हास्य मंचन किया। केसिंगा कन्या मंडल द्वारा “अक्षय तृतीया – एक, रहस्य अनेक” शीर्षक पर विशेष प्रस्तुति दी गई। ऋषभदेव प्रभु की अयोध्या नगरी एवं वर्षीतप पारणे पर आधारित गीतों पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किए गए। साथ ही छह बच्चों ने आमाशय, जीभ, लिवर, आंतों एवं मस्तिष्क के रूप में शिक्षाप्रद संवाद प्रस्तुत किया, जो विशेष सराहना का केंद्र रहा। उपस्थित सभी अतिथियों एवं तपस्विनी मेमदेवी को स्थानीय एवं प्रांतीय सभा द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन समणी डॉ. मानस प्रज्ञा जी द्वारा किया गया। सभा अध्यक्ष रामअवतार जैन ने स्वागत भाषण एवं नवीन जैन ने आभार प्रदर्शन किया।