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युवा पीढ़ी के रोल मॉडल हैं महाश्रमण
श्यामनगर, जयपुर। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद, जयपुर द्वारा शासन गौरव, बहुश्रुत साध्वी कनकश्री जी के सान्निध्य में आचार्य श्री महाश्रमण जी के 52वें दीक्षा दिवस (युवा दिवस) का आयोजन श्याम नगर स्थित भिक्षु साधना केन्द्र में किया गया। कार्यक्रम का मंगलमय शुभारंभ ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं द्वारा महाश्रमण अष्टकम् के संगान से हुआ। तेयुप जयपुर के सदस्यों ने भावपूर्ण गीतिका का संगान किया। तेयुप उपाध्यक्ष श्रेयांस कोठारी ने आगंतुक महानुभावों का स्वागत किया। अभिवन्दना के क्रम में आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों से आचार्यप्रवर के कर्तृत्व और व्यक्तित्व को उपमित करते हुए बहुत सुंदर विचार रखे। सभा जयपुर के उपाध्यक्ष व तेयुप जयपुर के प्रबुद्ध विचारक सुरेन्द्र सेठिया ने भी अपनी भावनायें व्यक्त की।
साध्वीवृन्द द्वारा प्रस्तुत ‘वंदना महाश्रमण’ गीत की भक्ति तरंगों ने वातावरण में मधुरिमा घोल दी। शासनगौरव साध्वी कनकश्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि वैशाख माह को हिन्दु परंपरा में अति उत्तम माना गया है। आचार्यप्रवर के जीवन के तीन-तीन क्रांतिकारी उत्सव यथा जन्मोत्सव, दीक्षा महोत्सव और आचार्य पदाभिषेक महोत्सव इस पवित्र वैशाख मास में ही संपन्न हुए हैं।“
आचार्यप्रवर के जीवन प्रसंगों की चर्चा करते हुए साध्वीश्री ने उनकी सादगी पूर्ण जीवन शैली, कठोर परिश्रम, आत्म नियंत्रण की क्षमता, तपस्विता, तेजस्विता आदि का उल्लेख किया। साध्वीश्री ने आगे कहा आचार्य महाश्रमण युवाओं के रोल मॉडल हैं, जिनसे समाज के ही नहीं अपितु पूरे राष्ट्र के हजारों लाखों युवा नित प्रेरणा प्राप्त कर रहे है। साध्वीश्री ने धर्मसंघ की नवम् साध्वीप्रमुखा विश्रुतविभाजी के मनोनयन दिवस पर शुभकामनायें व्यक्त की। साध्वी मधुलता जी ने आचार्यप्रवर के बचपन की गतिविधियों और प्रेरक प्रसंगों को प्रस्तुत करते हुये कहा कि, “जिस प्रकार स्वाति नक्षत्र में वर्षा की बूंदें पात्रानुसार विष या मोती बन जाती है उसी प्रकार सुयोग्य व्यक्ति गुरु का आशीर्वाद प्राप्त कर सुमेरू के शिखर तक पहुंच सकता है।“
कार्यक्रम में महाश्रमण आर्ट गैलेरी में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में तेरापंथी सभा के मंत्री सुरेन्द्र सेखानी, सिरीयारी संस्थान के मंत्री मर्यादा कुमार कोठारी, भिक्षु साधना केंद्र समिति के अध्यक्ष प्रवीण बांठिया आदि ने गुरूचरणों में अपनी अभिवन्दना व्यक्त की। कार्यक्रम का कुशल संचालन व आभार ज्ञापन तेयुप मंत्री अभिषेक भंसाली द्वारा किया गया। सायंकालीन सत्र में साध्वीश्री के सान्निध्य में महाश्रमण अभिवंदना (भक्ति की शाम - ज्योतिचरण के नाम) का आयोजन किया गया। साध्वीवृन्द ने सरस मधुर गीत के माध्यम से आचार्यप्रवर के प्रति अपनी अभिवंदना व्यक्त की। तेयुप जयपुर अध्यक्ष गौतम बरड़िया नें भक्ति संध्या में समागत श्रावक समाज का स्वागत करते हुये अपनी अभिवन्दना समर्पित की।
मुख्य गायक कमल छाजेड़ ने आचार्यप्रवर की अभिवंदना में सुमधुर गीतों से समां बांधा। स्थानीय कलाकार पवन जैन, मोहित सेठिया, मनीष चौरड़िया, श्रद्धा जैन, समाजसेवी सम्पत बच्छावत ने आचार्य श्री महाश्रमण जी के भक्ति गीतों को जनमेदिनी के मुख पर मुखरित कर दिया। तेयुप जयपुर द्वारा सभी संगायकों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सौरभ जैन ने किया। आभार ज्ञापन तेयुप मंत्री अभिषेक भंसाली ने किया।