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युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी के जन्मोत्सव, पट्टोत्सव एवं दीक्षा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम
आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि जिनेशकुमार जी के सान्निध्य में आचार्यश्री महाश्रमणजी के 52 वें दीक्षा दिवस (युवा दिवस) पर अभ्यर्थना समारोह का भव्य आयोजन श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, सॉल्ट लेक द्वारा विद्युत भवन अडिटोरियम में आयोजित किया गया । इस अवसर पर वृहत्तर कोलकाता की संघीय संस्थाएं एवं श्रद्धालुगण अच्छी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थित धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा आचार्य श्री महाश्रमण हमारी आस्था के केंद्र हैं। उनका जीवन हमारे लिए एक आदर्श व प्रेरणा का स्रोत है। उनका संयम अनुत्तर है, उनकी चिन्तन अनुत्तर है, उनकी चर्या अनुत्तर है, उनका व्यक्तित्व व कर्तृत्व अनुत्तर है। वे निस्पृह, निरभिमानी, निर्भीक चेतना के धनी हैं। उनकी ज्ञान रश्मियों से मानव जाति उपकृत हो रही है। उनका जन्म दीक्षा व आचार्य पदभिषेक तीनों सरदारशहर की धरा पर हुए। आज उनके 52 वें दीक्षा दिवस पर उनके दीर्घायु, चिरायु होने की मंगल कामना करता हूं। मुनिश्री ने युवा दिवस पर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा– युवा वह है जो गतिशील है, युवा वह है जो तनाव मुक्त रहता है। उत्साह, लगन और साहस का दूसरा नाम है युवा। युवक ज्ञान संपन्न, आचार संपन्न व विचार संपन्न बने।
इस अवसर पर मुनि परमानंद जी ने कहा आचार्य श्री महाश्रमण तेजस्वी संन्यास के धारक हैं। मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर गीत का संगान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ कन्या मंडल पूर्वांचल द्वारा महाश्रमण अष्टकम् के संगान से हुआ। स्वागत भाषण श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा साल्टलेक के अध्यक्ष जयसिंह डांगा ने दिया। साल्टलेक सभा के अंतर्गत ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों ने लघु नाटिका प्रस्तुत की। इस अवसर पर महासभा के कोषाध्यक्ष मदन चंद मरोठी, कोलकाता सभा के अध्यक्ष अजय भंसाली, अभातेयुप कार्यकारिणी सदस्य राजीव बोथरा, अभातेमम की संगठन मंत्री रमण पटावरी, पूर्वांचल सभा के अध्यक्ष संजय सिंघी, पूर्वांचल तेयुप अध्यक्ष नवीन सिंघी, तेरापंथ महिला मंडल पूर्वांचल की अध्यक्षा प्रेम सुराणा, टीपीएफ पूर्वांचल के अध्यक्ष विनोद दुग्गड, अभातेयुप के पूर्व अध्यक्ष पन्नालाल सुराणा, ज्ञानार्थी मायरा चिंडालिया ने अपने विचार व्यक्त किये। तेरापंथ सभा साल्टलेक, तेरापंथ युवक परिषद पूर्वांचल, उत्तर कोलकाता, तेरापंथ महिला मंडल पूर्वांचल, तेरापंथ महिला मंडल साउथ कोलकाता ने सुमधुर समूह गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद जी ने किया।