'निवेश, विकास, वसीयत एवं उत्तराधिकार' पर विशेष कार्यशाला का आयोजन

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हैदराबाद।

'निवेश, विकास, वसीयत एवं उत्तराधिकार' पर विशेष कार्यशाला का आयोजन

समाज की आर्थिक साक्षरता और कानूनी जागरूकता बढ़ाने की दिशा में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम ने बिड़ला ऑडिटोरियम, हैदराबाद में उपयोगी और जनसामान्य के लिए खुली कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का विषय था— 'निवेश एवं विकास और वसीयत एवं उत्तराधिकार'— जो आर्थिक योजना, संपत्ति प्रबंधन और उत्तराधिकार के कानूनी पहलुओं को समझने हेतु समर्पित रहा। कार्यक्रम की शुरुआत अणुव्रत सुराणा व सदस्यों द्वारा मंगलाचरण से हुई। अध्यक्ष विरेन्द्र घोषल ने सभी का स्वागत किया और सभी संस्थाओं की ओर से सभा के अध्यक्ष सुशील संचेती ने शुभकामनाएँ दीं। राष्ट्रीय सहमंत्री मोहित बैद ने TPF के मुख्य आयामों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम दो सत्रों में विभाजित था, जिसमें चार मुख्य वक्ता उपस्थित हुए— दीपक संचेती, मोहित जैन, विशाल मेहता और ऋषभ लूनिया। पहला सत्र ऋषभ लूनिया और मोहित जैन का रहा, जिसे पंकज संचेती ने संचालित किया। उन्होंने बताया कि 'आज के युग में केवल कमाना ही पर्याप्त नहीं है, सही तरीके से निवेश करना और अपने उत्तराधिकार की योजना बनाना भी अत्यावश्यक है।' वहीं, दूसरा सत्र एडवोकेट दीपक संचेती और विशाल मेहता का रहा, जिसे अणुव्रत सुराणा ने संचालित किया। उन्होंने वसीयत लेखन की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा, 'स्पष्ट और विधिपूर्वक तैयार की गई वसीयत न केवल पारिवारिक शांति बनाए रखती है, बल्कि कानूनी विवादों से भी बचाती है।'
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह ने वक्ताओं से प्रश्न पूछकर अपनी शंकाओं का समाधान भी प्राप्त किया। कार्यशाला में व्यावसायिकों, गृहिणियों, वरिष्ठ नागरिकों एवं युवाओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय टीम से कोषाध्यक्ष नरेश कठोतिया, सहमंत्री मोहित बैद, ऋषभ दूगड़, नवीन सुराना और दीपक संचेती उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में मंत्री निखिल कोटेचा ने सभी वक्ताओं और उपस्थित समाज का आभार प्रकट किया। इस कार्यक्रम का संयोजन अनुष बंबोली और तरुण सांखला ने किया। कार्यक्रम का संचालन शिखा सुराणा और दीक्षा सुराणा ने किया।