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कम, 'कनेक्ट एंड करेक्ट' वर्कशॉप का आयोजन
साध्वी उदितयशाजी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा, किलपाक, चेन्नई के तत्वावधान में 'कम, कनेक्ट और करेक्ट' कार्यशाला का आयोजन हुआ। नमस्कार महामंत्र समुच्चारण से शुभारंभ हुई कार्यशाला में जनमेदिनी को संबोधित करते हुए साध्वी उदितयशाजी ने कहा कि हम दुनिया की होड़ में आगे बढ़ने के लिए आत्मदर्शन रूपी मूल सत्य को पीछे छोड़ रहे हैं, भूलते जा रहे हैं। आज की इस कार्यशाला का विषय केवल आज के लिए नहीं, अपितु हमारे पूरे चातुर्मास काल का विषय रहेगा। आत्मदर्शन को जानने, पहचानने का प्रयास करें। ‘कम’ के बारे में प्रकाश डालते हुए साध्वीश्री ने कहा कि हमारे पास आने का आपका लक्ष्य केवल फोटो फ्रेम के लिए न होकर यह होना चाहिए कि हम संस्कारों से परिपूर्ण बनें, आत्मदर्शन को जानने और पहचानने का प्रयास करें।
जब श्रावक समाज हमसे ‘कनेक्ट’ होगा तो हमारा ध्येय रहेगा कि हम आपकी भावनाओं को सुनें, विचारों को जानें और समस्याओं का यथोचित समाधान करने की कोशिश करें, उन्हें ‘करेक्ट’ करें। विशेष पाथेय प्रदान करते हुए साध्वीश्री ने कहा कि अनंत काल से संसार में हम शब्द, तर्क, रूप में अटके हुए हैं। अब हम अशब्द को सुनने, अतर्क को जानने, अरूप को पहचानने का प्रयास करें, उस दिशा की साधना में गतिशील बनें। दीवारें, छत आदि घर की सुरक्षा का कार्य करते हैं, इसी तरह त्याग, प्रत्याख्यान, व्रत हमारे आध्यात्मिक जीवन का सुरक्षा कवच हैं। साध्वी शिक्षाप्रभाजी, साध्वी भव्ययशाजी ने आज के विषयक ‘थीम सॉन्ग’ का संगान किया। साध्वी भव्ययशाजी ने ‘कम, कनेक्ट और करेक्ट’ विषय के फायदे व टिप्स बताते हुए एक रोचक रियल संवाद की प्रस्तुति के माध्यम से युवा पीढ़ी को प्रेरित किया।
साध्वी संगीतप्रभाजी ने संगीतमय संयोजकीय वक्तव्य के माध्यम से अभिभावकों को जागरूक रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि जीवन जीने की सम्यक कला अध्यात्म के पास है। अन्य कलाओं के साथ इसको भी सीखना बहुत ज़रूरी है। किलपाक सभा मंत्री विजय सुराणा ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर किलपाक सभाध्यक्ष अशोक परमार, चेन्नई तेरापंथ सभाध्यक्ष अशोक खतंग के साथ वृहद संख्या में श्रावक समाज उपस्थित था।