रूपांतरण थू्र जैनिज़्म कार्यशाला का आयोजन

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रूपांतरण थू्र जैनिज़्म कार्यशाला का आयोजन

बालोतरा
अभातेममं के निर्देशन में तेममं के तत्त्वावधान में मुनि धर्मेश कुमार जी व मुनि स्वस्तिक कुमार जी के सान्‍निध्य में न्यू तेरापंथ भवन में रूपांतरण थ्रू जैनिज़्म कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका विषय थाकषाय।
सर्वप्रथम नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। प्रेरणा गीत का संगान किया गया। महिला मंडल अध्यक्षा निर्मला संकलेचा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। मंत्री संगीता बोथरा ने बताया कि केंद्र द्वारा निर्देशित यह कार्यशाला अध्यात्ममय है। मुनि धर्मेश कुमार जी स्वामी ने कहा कि क्रोध, मान, माया व लोभ इन चारों को अलग-अलग केंद्रों में ध्यान करने से इनको शांत किया जा सकता है। मुनि स्वस्तिक कुमार जी ने कहा कि भगवान महावीर ने बताया कि 5 आश्रव में 4 आश्रव से निरंतर पाप लगता है और योग आश्रव से प्रवृत्ति के द्वारा पाप लगता है। अंत में कषाय दूर करके समाज, परिवार व देश को खुशनुमा बनाया जा सकता है। इस कार्यशाला में संरक्षक नारायणी देवी छाजेड़, पीपी देवी ओस्तवाल, लूणी देवी गोलेच्छा, उपाध्यक्ष चंद्रा बालड़, रानी बाफना, कोषाध्यक्ष उर्मिला सालेचा, सहमंत्री रेखा बालड़, प्रचार-प्रसार मंत्री पुष्पा सालेचा, कन्या मंडल प्रभारी श्‍वेता सालेचा, निवर्तमान अध्यक्ष अयोध्या देवी ओस्तवाल, अभातेममं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सारिका बागरेचा, पूर्व परामर्शक कमला देवी ओस्तवाल, देवी बाई छाजेड़, पूर्व अध्यक्ष आदि लगभग 100 बहनें उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन व आभार ज्ञापन मंत्री संगीता बोथरा ने किया।