श्रावक जीवन का सबसे बड़ा धन है बारह व्रत

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श्रावक जीवन का सबसे बड़ा धन है बारह व्रत

सरदारशहर
अभातेयुप के निर्देशन में तेयुप, सरदारशहर द्वारा बारह व्रत दीक्षा ग्रहण दिवस तेरापंथ में प्रातःकालीन व्याख्यान में साध्वी सुमतिप्रभा जी के सान्निध्य में मनाया गया। व्रत दीक्षा ग्रहण संभागी 55 श्रावक-श्राविका रहे। इन सभी ने बारह व्रत 1 साल, 2 साल या आजीवन के लिए ग्रहण किए। साध्वीश्री जी द्वारा बारह व्रतों की जानकारी श्रावक समाज को 2 दिवसीय कार्यशाला में विस्तार से दी गई।