मुंबई सभा के तत्त्वावधान में ‘उत्थान’ कार्यक्रम के विविध आयोजन
कांदिवली
तेरापंथी सभा, मुंबई के तत्त्वावधान में ग्रेटर मुंबई में एक साथ ‘उत्थान’ का शंखनाद हुआ। तेरापंथ भवन के आचार्य श्री महाप्रज्ञ सभागार के परिसर में ‘उत्थान’ का आयोजन हुआ। कांदिवली एवं मलाड तेरापंथी सभा एवं सभी संघीय संस्थाओं द्वारा साध्वी निर्वाणश्रीजी के सान्निध्य में ‘उत्थान’ का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र के मंत्रोच्चार द्वारा हुआ।
साध्वी निर्वाणश्रीजी ने कहा कि उत्थान का अर्थ है ऊपर चढ़ना, जीवन में प्रगति के नये सोपान चढ़ना। अध्यात्म के नए आयाम को छूना और उसकी ऊँचाई तक पहुँचना जीवन का लक्ष्य बने। सक्सेस, एनर्जी, प्रोग्रेस आदि के लिए अध्यात्म चेतना को जगाना बहुत जरूरी है। साध्वीश्री ने आध्यात्मिक चेतना के जागरण के बहुत सुंदर प्रयोग करवाए।
मुख्य वक्ता साध्वी डॉ0 योगक्षेमप्रभा जी ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम त्रिआयामी है। जीवन में नव विकास के शिखर आरोहण की तैयारी करनी है। महाश्रमण जैसे युगपुरुष का आगमन शताब्दी में एक-दो बार ही होता है। साध्वी लावण्यप्रभाजी आदि साध्वियों ने समवेत स्वरों में गीत के बोलों से सबमें नया जोश भर दिया। ‘उत्थान’ की मुख्य संप्रेरक तरुणा बोहरा ने अपने प्रेरक संभाषण में अनेक पहलुओं को उजागर करते हुए किशोर पीढ़ी को मोटिवेट किया। गीत की सुंदर प्रस्तुति कन्या मंडल की कन्याओं ने की। तेरापंथी सभा
कांदिवली के अध्यक्ष पारस दुगड़ ने सारगर्भित वक्तव्य दिया। श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के मंत्री मनीष कोठारी ने प्रासंगिक अभिव्यक्ति दी। मधुर संगायिका भारती सेठिया ने गीत की मधुर स्वर लहरी प्रस्तुत की। मंच संचालन सभा के मंत्री अशोक जी हिरण ने किया। इस अवसर पर गोरेगाँव मलाड़, बोरीवली, अंधेरी आदि क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।